आम चुनाव 2024: पाकिस्तान के इस प्रांत के हाथ में सत्ता की चाबी, यहीं से होगा तय शरीफ या बिलावल में से किसकी बनेगी सरकार?
- पाकिस्तान के आम चुनाव का नतीजा आज
- बिलावल और नवाज प्रधानमंत्री की रेस में सबसे आगे
- पंजाब प्रांत में दोनों नेताओं के किया जमकर चुनाव प्रचार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में गुरुवार को वोटिंग हुई। यह भारत का एक ऐसा पड़ोसी देश जहां आज तक किसी भी प्रधानमंत्री ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है। पाकिस्तान को आजादी मिले 76 साल बीत चुके हैं। इस दौरान वहां पर 1956 से 1971, 1977 से 1988 तक और फिर 1999 से 2008 तक सैन्य शासन रहा है।
इस बार के चुनाव में भी वहां की सेना का कथित तौर पर हस्तक्षेप माना जा रहा है। पाकिस्तान में इस बार का चुनाव कई मायनों में खास है। क्योंकि, एक पूर्व प्रधानमंत्री जेल की सलाखों के पीछे बंद हैं, तो वहीं, दूसरी ओर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ चौथी बार पीएम बनने के लिए चुनावी मैदान में हैं। चुनाव से ठीक पहले नवाज से आपराधिक दोषसिद्धि को खत्म किया गया है। इसके बाद वे पाकिस्तान वापस लौटकर आम चुनाव की तैयारी में जुट गए थे।
जनता को चुनाव से उम्मीद
पाकिस्तान की अवाम के लिए यह चुनाव क्रोध, निराशा और आशा की नई उम्मीद को लेकर भी है। हाल ही में वहां पर खाने-पीने जैसी चीजों को लेकर आम जनता के लिए घमासान देखने को मिला था। वहां की जनता देश की राजनीतिक संकट को भी दूर करना चाहती है।
पाकिस्तान के निचले सदन में कुल 342 सीटें हैं। उर्दू भाषा में इसे कौमी असेंब्ली कहा जाता है। इनमें 272 सांसद चार प्रदेशों से चुनकर आते हैं। वहीं, 60 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित है। इसके अलावा 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं।
पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान और खैर खैबर-पख्तूनख्वा पाकिस्तान के चार प्रांत हैं। पाकिस्तान में जिस भी पार्टी को देश की सत्ता में काबिज होना होता है। उसके लिए पंजाब प्रांत कई मायनों में खास है। क्योंकि, पंजाब पाकिस्तान के लिए सत्ता द्वार के तौर पर भी जाना जाता है। पंजाब में नेशनल असेंब्ली की कुल 141 सीटें हैं, जो कि देश की सबसे ज्यादा सीट वाला प्रदेश है।
पिछले चुनाव का हाल
2018 के आम चुनाव में इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने यहां से कुल 67 सीटें जीतीं और देश की सत्ता पर काबिज हो गई। इस दौरान नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) को 64 सीटें मिली थीं। इस बार पंजाब एक बार फिर देश की सियासत का हॉटस्पॉट बना हुआ है। चुनाव में इमरान खान की पार्टी पंजाब सहित देश के सभी प्रांत में दिक्कतों का सामना कर रही है। क्योंकि, उनकी पार्टी की ओर से कई नेता इस बार निर्दलीय चुनाव लड़े हैं। जिसके चलते जेल में बंद इमरान खान को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नवाज शरीफ इमरान खान के चुनाव में कमजोर पकड़ का भी फायदा उठा रहे हैं।
इधर, बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) का असर पंजाब में कम माना जा रहा है। हालांकि, बिलावल भुट्टो पंजाब की एक सीट से खुद चुनाव लड़े हैं। ताकि, पंजाब प्रांत में पार्टी की पकड़ को मजबूत बनाया जा सके। हालांकि, बिलावल के पंजाब में चुनाव लड़ने से उनकी पार्टी को क्या फायदा होता है। यह अगले चार से पांच घंटे में साफ हो जाएगा।
Created On :   8 Feb 2024 7:14 PM IST