चीन की सभी काउंटियां गरीबी मुक्त हुईं
- चीन की सभी काउंटियां गरीबी मुक्त हुईं
बीजिंग, 24 नवंबर (आईएएनएस)। कई दशकों से चीन सभी रूपों में गरीबी कम करने में जुटा हुआ है। उसका साल 2020 के अंत तक देश में अति गरीबी को खत्म करना और सभी पहलुओं में एक समृद्ध और खुशहाल समाज का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है।
दरअसल, चीन ने गरीब लोगों को गरीबी से बाहर निकालने के लिए कई उपाय किये हैं, जैसे कि आय बढ़ाने के लिए उपयुक्त उद्योग विकसित करना, रोजगार पैदा करना, जर्जर स्थानों पर रहने वाले लोगों को स्थानांतरित करना, सार्वजनिक सेवाओं में सुधार करना इत्यादि।
आज इन सभी का ही परिणाम है कि चीन में सभी गरीब काउंटियां गरीबी से मुक्त हो गई हैं। जाहिर है, गरीबी से त्रस्त सभी काउंटियों की गरीबी मिटना संकेत देता है कि चीन ने सदियों पुरानी समस्या को हल कर दिया है।
पिछले सात दशकों में, चीन ने 85 करोड़ लोगों को सफलतापूर्वक गरीबी से बाहर निकाला है, जो वैश्विक गरीबी उन्मूलन का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है। साल 2019 के अंत में, चीन के ग्रामीण क्षेत्रों में वंचित लोगों की संख्या साल 2012 में 9.9 करोड़ से घटकर 55 लाख तक आ गई।
इसके अलावा, पिछले साल के अंत में देश के पश्चिमोत्तर, दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण भाग में 52 काउंटियां गरीबी सूची में शामिल थीं। लेकिन इस महीने की शुरूआत में शिन्च्यांग उइगुर स्वायत्त क्षेत्र, कुआंग्शी जुआंग स्वायत्त क्षेत्र, निंगश्या हुई स्वायत्त क्षेत्र, साथ ही युन्नान, सछ्वान और कान्सू प्रांतों में सभी गरीब काउंटियां गरीबी से बाहर निकल गईं।
गरीबी उन्मूलन में चीन की उपलब्धियों और प्रयासों ने न केवल गरीबी उन्मूलन के वैश्विक कारण में योगदान दिया है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए व्यावहारिक महत्व का उदाहरण भी पेश किया है।
प्रांतीय गरीबी निवारण और विकास कार्यालय के निदेशक ली च्येन ने एक प्रेस ब्रीफिंग में जानकारी दी कि इस महीने की शुरूआत में किये गये एक आकलन से पता चला है कि दक्षिण-पश्चिम चीन के क्वेचोउ प्रांत में आखिरी बचे 9 गरीब काउंटियां पूरी तरह से गरीबी मुक्त हो गई हैं, यानी कि चीन में पंजीकृत सभी 832 गरीब काउंटियों की गरीबी खत्म हो गई हैं।
क्वेचोउ प्रांत, जो गरीब लोगों की सबसे बड़ी आबादी वाला एक प्रांतीय स्तर का क्षेत्र था, ने साल 2012 के बाद से 90 लाख से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। इस प्रांत की नौ काउंटियों में गरीब लोगों की औसत वार्षिक आय 11,487 युआन (लगभग 1,740 अमेरिकी डॉलर) तक बढ़ गई है, जो इस साल 4,000 युआन राष्ट्रीय गरीबी रेखा से ऊपर है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को चीन ने 10 साल पहले ही हासिल कर लिया है, जिसे कई देशों और संयुक्त राष्ट्र ने बहुत सराहना की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने तो गरीबी उन्मूलन में चीन की सफलता को बेमिसाल बताया है।
वाकई चीन ने एक नया मानदंड स्थापित किया है, और बाकी दुनिया इसका अनुसरण कर सकती है। गरीबी उन्मूलन में सफलता पाने के बाद चीन गरीबी उन्मूलन में अग्रणी देश बन गया है। यदि चीन जैसे बड़े और पूर्व-साधनहीन राष्ट्र में गरीबी उन्मूलन किया जा सकता है, तो अन्य देश भी ऐसा कर सकते हैं।
(अखिल पाराशर, चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
-- आईएएनएस
Created On :   24 Nov 2020 7:32 PM IST