समर कैम्प में बच्चों के साथ एंजॉय करें डांस और खुद को रखें फिट

Enjoy dance and keep yourself fit with children at summer camp
समर कैम्प में बच्चों के साथ एंजॉय करें डांस और खुद को रखें फिट
समर कैम्प में बच्चों के साथ एंजॉय करें डांस और खुद को रखें फिट


डिजिटल डेस्क । गर्मियों का मौसम वेट लॉस और खुद को रिफ्रेश करने के लिए सबसे बेहतर होता है। इसलिए इन दिनों में हर कोई अलग-अलग एक्टीविटीज में एक्टिव रहता है। बच्चे समर कैम्प्स के जरिए और पैरेंट्स बच्चों के बहाने कुछ ना कुछ करते रहते हैं। अगर आप भी बच्चों के साथ टाइम स्पेंड करना और खुद को फिट रखना चाहते हैं, तो दोनों ही चीजें एक साथ करने का सबसे अच्छा तरीका है "डांस"। जी हां डांस के जरिए आप बच्चो के साथ एंजॉय भी कर सकते हैं और खुद को फिट भी रख सकते हैं।  वहीं डांस मूवमेंट थेरेपी एक ऐसा ही ट्रीटमेंट है, जिसे आप इंजॉय करने के साथ ही अपनी हेल्थ भी मेंटेन कर सकती हैं। यानी डांस के स्‍टेप्‍स के साथ हेल्‍थ भी। आइए जानते है कि वो कौनसे डांस फॉर्म्स हैं जो आपको वेट फिट रखने में मदद करेंगे साथ ही बच्चों को नए डांस फॉर्म्स सीखने को मिलेंगे। 

 

क्‍लासिकल डांस

इसके तहत कथकली, ओडिसी, भरतनाट्यम आदि स्टाइल आते हैं। इन डांस की कई भाव भंगिमाओं द्वारा पेशंट को निरोगी बनाया जाता है। पेशंट की सिचुएशन के हिसाब से उसके लिए डांस व उसका समय डिसाइड किया जाता है। क्लासिक डांस राइट पॉश्‍चर बनाने में भी हेल्प करता है।

 

 

बी-बोइंग डांस

बी-बोइंग मार्शल आर्ट और कुछ दूसरे डांस का मिला-जुला रूप है। इस डांस में स्ट्रेंथ और फ़्लेक्सिबल होना बेहद जरूरी है। इससे बांहों और पांवों की फुल एक्सरसाइज होती है। खासतौर पर फैट कम करने के लिए यह डांस काफी फायदेमंद है। इसे एरोबिक्स का 2013 वर्जन भी कहा जा सकता है।

 

 

कंटेम्पररी डांस

कंटेम्पररी डांस में कई पैटर्न हैं, जो आपके ध्यान को बांधने में मदद करते हैं। क्लास में हायपर एक्टिव बच्चे को डिसिप्लिन में रखने के लिए भी इस डांस को करने की अडवाइज दी जाती है, क्योंकि इसमें बच्चे की एनर्जी का खूब यूज हो जाता है।

 

 

हिप-हॉप डांस

ये डांस यूथ के बीच में खूब पॉपुलर है। इस डांस में पॉपिंग, लॉकिंग, कॉपिंग व ब्रेकिंग जैसी स्टेप्स यूज किए जाते हैं। केवल 5 मिनट करने से आप अपनी सारी टेंशन से बाहर आ जाते हैं।

 

 

बैली डांस

बैली डांस में पेट का अलग-अलग तरीकों से मूवमेंट किया जाता है। बैली डांस करते हुए आगे की ओर झुका जाता है। इससे फिजिकल वर्क अधिक होता है। इसमें 5 से 7 मिनट का डांस ही काफी हो जाता है।

 

 

बॉलरूम और सालसा डांस

इसके स्टेप्स व फ्री स्टाइल डांसिंग सीखने की जरूरत होती है। इनमें मसल्स की अच्छी एक्सर्साइज़ हो जाती है।

 

 

इन बीमारियों को भी दूर करता है डांस

इस डांस मूवमेंट थेरेपी का यूज डिप्रेशन, हार्ट प्रॉब्लम्स, जॉइंट्स पेन, ऑस्टियोपोरोसिस, डिस्लैक्सिया और यहां तक कि पार्किंसन जैसी बीमारियों के इलाज में भी होने लगा है। डांस का सबसे ज्‍यादा फायदा हार्ट को होता है।

 

Created On :   15 May 2018 7:56 AM IST

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