केमिकल वाला सिन्दूर लगाना पड़ सकता है आपको महंगा

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। भारत में महिलाओं द्वारा सिन्दूर लगाने की परम्परा लगभग 5000 साल से चली आ रही है। माना जाता है कि कुछ पुराने ग्रंथो में जैसे की पुराण, ललिता सहस्रानमम और सौंदर्या लहारिस में इसका वर्णन किया गया है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक पति के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए एक विवाहित महिला द्वारा सिंदूर लगाने का बहुत महत्व है, लेकिन शायद आप इस बात से अंजान है कि यही सिन्दूर महिलाओं के स्वास्थ के लिए हानिकारक है। जानिए कैसे-
सिन्दूर लगाने की असल वजह
सिन्दूर लगाने की वजह सिर्फ पारम्परिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक भी है। सिन्दूर का लाल रंग महिलाओं की शक्ति का प्रतीक होता है। सिन्दूर लगाना सिर्फ रिवाज ही नहीं है बल्कि महिलाओं के अच्छे स्वास्थ के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। दरअसल सिन्दूर को हल्दी और चूने से बनाया जाता है। ये तनाव को कम करने में मदद करता है और आपके दिमाग को एक्टिव और सतर्क बनाये रखता है।
इन चीजों का रखें ध्यान
पुराने जमाने में सिन्दूर हल्दी, चूना और हर्बल प्रोडक्ट्स से बनाया जाता था। जिस वजह से आपका मन शांत रहता था। लेकिन अब सिन्दूर को लेड और मरक्युरी से बनाया जाता है जो आपके स्वस्थ को नुकसान पहुंचाता है।
सिन्दूर लगाने से हो सकती है स्किन एलर्जी
सिन्दूर बनाने में जिस केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है इनसे आपको इचिंग, स्किन में रशेस या बालों के झड़ने जैसी समस्याएं होती हैं। इतना ही नहीं इसमें इस्तेमाल किए गए मरक्युरी की वजह से स्किन कैंसर होने की चान्सेज भी बढ़ जाते हैं।
किडनी और ब्रेन के लिए है खतरनाक
शायद आप इस बात से अंजान हो लेकिन अगर केमिकल वाले सिन्दूर को सूंघ लिया जाए या गलती से खा लिया जाए तो आप को फूड पोइज़निंग हो सकती है या आपका ब्रेन डैमेज होने का भी खतरा होता है। कुछ मैन्युफैक्चरिंग कम्पनियां इसमें गहरा लाल रंग लाने के लिए लेड टेटरॉक्साइड का इस्तेमाल करती हैं जो आपके शरीर के लिए बेहद हानिकारक होता है।
Created On :   19 March 2018 2:37 PM IST