माइग्रेन के पेशेंट्स को हो सकती है बहरेपन की शिकायत, स्टडी में हुआ खुलासा
डिजिटल डेस्क । माइग्रेन की समस्या आज के वक्त में आम है। हर चौथा व्यक्ति आपको इससे पीड़ित मिल ही जाएगा। जिन्हें माइग्रेन हैं उन मरीजों के लिए एक चिंता की खबर सामने आई है। एक रिपोर्ट के अनुसार सामने आया है कि जिन लोगों को माइग्रेन हैं उनमें सुनने की क्षमता कम हो सकती है वहीं मरीज बहरा भी हो सकता है। बता दें, हाल ही में हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई है। जिसमें माइग्रेन से पीड़ित लोगों को कान बजने की शिकायत के साथ-साथ कान के अंदर के हिस्से में कोई विकार भी हो सकता है।
रिसर्चर्स ने पाया कि कान की तंत्रिका में खराबी के कारण माइग्रेन की शिकायत हो सकती है। खासतौर से माइग्रेन के मरीजों में कान बजने की संभावना ज्यादा होती है। कान की तंत्रिका संबंधी डिस्टॉरशन से कान का भीतरी हिस्सा प्रभावित होता है। इसी हिस्से में झनझनाहट या कान बजने की शिकायत होती है जिसे 'सेंसोरीन्यूरल हियरिंग इंपेयरमेंट' कहते हैं। इससे अचानक बहरापन भी पैदा हो सकता है। रिसर्चर्स ने बताया है कि इस स्टडी के माध्यम से कान की तंत्रिका यानि 'कॉक्लीयर माइग्रेन' के बारे में पता लगाने में मदद मिल सकती है।
ये स्टडी 'जामा ऑटोलेरिंगोलोजी जर्नल' में प्रकाशित की गई है। इस स्टडी में शामिल लोगों में 1,056 मरीज शामिल थे, जिन्हें माइग्रेन की शिकायत थी। इसके अलावा टीम में 4,224 लोग ऐसे भी थे जिन्हें माइग्रेन की शिकायत नहीं थी। नतीजों में सामने आया है कि माइग्रेन के मरीजों में कान की डिस्टॉरशन माइग्रेन रहित लोगों की तुलना में 12.2 फीसदी ज्यादा है।
Created On :   16 July 2018 8:30 AM IST