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दैनिक भास्कर हिंदी: 2021: मानसून में घूमने जरुर जाए, इंडिया के 5 बेस्ट टूरिस्ट प्लेस

डिजिटल डेस्क,मुंबई। भारत की खूबसूरती का लुत्फ लेना हो तो मानसून साल का सबसे अच्छा समय है। पहाड़ों की हरियाली, जगमगाते पानी से भरी झीलें, झर झर बहते झरने अलग ही आनंद देते हैं। आज हम ऐसी पांच बेहतरीन जगहों के बारे में चर्चा करेंगे, जो न केवल पॉकेट फ्रेंडली हैं बल्कि मानसून में घूमने के लिए सबसे बेस्ट भी हैं।
उदयपुर, राजस्थान
यह स्थान झीलों और महलों के चारों ओर हरियाली के साथ फलता-फूलता है। इसीलिए शायद बारिश और भव्यता से सराबोर उदयपुर काफी मनमोहक लगता है। मानसून के दौरान फतेह सागर झील की सुंदरता और भी सुंदर हो जाती है। सिटी पैलेस, मानसून पैलेस, लेक पैलेस उदयपुर की शोभा को और बढ़ाते हैं। साथ ही अगर उदयपुर जाए तो राजस्थानी खाने का जायका जरूर लें। उदयपुर रेलवे स्टेशन और महाराणा प्रताप हवाई अड्डे से मुख्य शहर तक पहुंचना बहुत आसान है। इस शहर में घूमना, खाना और रहना बहुत सस्ता है और इसलिए इस पॉकेट फ्रेंडली ट्रिप की लागत पांच हजार रुपए से ज्यादा नहीं होगी।
महाबलेश्वर
हरियाली, शांति और सह्याद्री रेंज की सुंदरता महाबलेश्वर को भारत में सबसे रोमांटिक जगह बनाती है। प्रतापगढ़, लिंगमाला झरने और एलीफैंट हेड पॉइंट पर्यटकों के बीच एक प्रमुख आकर्षण है जो मानसून के दौरान बहुत मनोरम लगता है। महाबलेश्वर पुणे से 120 किमी और मुंबई से 250 किमी दूर है।
कूर्ग, कर्नाटक
घने जंगल से घिरा कूर्ग मानसून के दौरान अधिक सुंदर लगता है। मनमोहक झरने, झील और विशाल कॉफी के बाग घूमने के अनुभव को और बढ़ाते हैं। ट्रेकिंग, बर्ड वाचिंग, घुड़सवारी, कॉफी प्लांटेशन कुछ ऐसे विकल्प हैं जिनका आप कूर्ग में आनंद उठा सकते हैं। होटल या लॉज में रहने के बजाय आप होम स्टे को प्राथमिकता देंगे कुर्ग की वादियों का मजा दुगना हो जाएगा।
शिलांग, मेघालय
जब मानसून में घूमने की बात आती है तो शिलांग, जिसे 'पूर्व का स्कॉटलैंड' भी कहा जाता है, उस भुलाया नहीं जा सकता। जब पूरा पहाड़ी शहर बारिश में भीग जाता है तो इसकी सुंदरता और भी मंत्रमुग्ध करती है। धुंध भरे बादल, हरे-भरे पहाड़ और खूबसूरत नजारों वाले झरनों के साथ शिलांग निश्चित रूप से एक बेहतरीन मानसून डेस्टिनेशन हो सकता है। यहां कई भोजनालय, सुंदर कैफे और हैंग आउट स्पॉट भी हैं। रहने के लिए कई पॉकेट फ्रेंडली होटल भी मौजूद हैं। शिलांग के पास हवाई अड्डा और रेलवे स्टेशन दोनों 149 किमी की दूरी पर गुवाहाटी (असम) में हैं। इस ट्रीप की कुल लागत दस हजार तक हो सकती है।
गोवा
मौसम कोई भी हो आप गोवा को हमेशा अपनी लिस्ट में रख सकते हैं। पर बारिश के मौसम में गोवा की बात ही अलग लगती है। आप ट्रेकिंग, हेरिटेज टूर, शॉपिंग, बर्डवॉचिंग के साथ और भी बहुत सी एक्टिविटीज का मजा ले सकते हैं। आप बेलगाम हवाई अड्डा के माध्यम से गोवा जा सकते हैं।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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