नमकीन को स्वादिष्ट बनाने मिला रहे MSF एसिड, बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा!
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। नमकीन को स्वादिष्ट बनाने और इसकी एक्सपायरी डेट को आगे बढ़ाने के लिए नमकीन निर्माता मोनो सैच्युरेटेड फैटी (MSF) एसिड का निर्धारित मात्रा से ज्यादा उपयोग किया जा रहा है। दरअसल, यह एसिड एडिबल आॅयल, यानि खाने के तेल में होता है। हाल ही में शासन द्वारा जारी एक नोटिफिकेशन के बाद इस एसिड की मात्रा अधिकतम 5 प्रतिशत तय कर दी गई है। इसके पीछे कारण यह बताया गया है कि इस एसिड के कारण स्वास्थ्य संबंधित बीमारियां बढ़ रही हैं और इससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है।
दीवाली के त्यौहार के मद्देनजर लगातार कार्रवाई कर रहे खाद्य एवं औषधि विभाग ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए नमकीन के सैम्पल इसी एसिड की अधिकता के संदेह में एकत्र किए हैं।
खाद्य अधिकारी अमरीश दुबे के अनुसार, विभाग की टीम ने पांच प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर मिठाई व नमकीन के सैम्पल लिए हैं। इसी के तहत टीम ने महानद्दा स्थित बीकानेर स्वीट्स से नमकीन का नमूना लिया है। वहीं सिहारो क्षेत्र में की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई में चार मिष्ठान भण्डारों से मिठाई के सैम्पल लिए गए हैं। बताया जाता है कि सिहाेरा क्षेत्र के विजय स्वीट्स एण्ड रेस्टॉरेन्ट से नारियल बर्फी, अम्बे बीकानेर स्वीट्स से मथुरा पेड़ा, सेवा स्वीट्स से बर्फी और कामधेनु स्वीट्स से दूध बर्फी का सैम्पल लिया गया है। सभी सैम्पलों को जांच के लिए भोपाल भेजा रहा है।
क्या है MSF acid ?
MSF acid अमूमन खाद्य तेल में होता है। तेल कंपनियां ऑयल रिफायन करते वक्त इसकी मात्रा प्रोडक्ट व प्राईस रेंज के अनुसार घटा-बढ़ा देती हैं। आमतौर पर इस एसिड की सबसे ज्यादा मात्रा पॉम आॅयल में पाई जाती है। जानकारों की माने तो इसकी अधिकता के कारण लोगों को हार्ट ब्लॉकेज की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। इसके साथ ही यह एसिड कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ाता है जिससे हाॅर्ट अटैक के चांसेस अधिक होते हैं।
क्यों करते हैं प्रयोग
सूत्रों की माने तो MSF acid युक्त तेल में तली गई खाद्य सामाग्री ढाई से तीन महीने तक खाने लायक बनी रहती है। इसके अलावा खाद्य सामाग्री में क्रिस्पीनेस और स्वाद भी बढ़ जाता है। यही वजह है कि अधिकांश मिष्ठान व नमकीन प्रतिष्ठान संचालक ऐसे तेल का उपयोग करते हैं जिसमें MSF की मात्रा अधिक होती है। इससे उनके प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट बढ़ जाती है और इसे स्टोर करने में आसानी होती है।
5 प्रतिशत की छूट
शासन ने नई अधिसूचना जारी कर MSF acid की तेल में मात्रा निर्धारित कर दी है। इसके तहत सिर्फ पांच प्रतिशत तक ही एसिड तेल में होना चाहिए। यदि एसिड की मात्रा इससे ज्यादा पाई जाती है तो खाद्य सामाग्री को अमानक या सब-स्टेण्डर्ड माना जाएगा। इसके साथ ही ऐसे एसिड युक्त तेल का उपयोग करने वाले प्रतिष्ठनों के िवरुद्ध कार्रवाई के भी प्रावधान रखे गए हैं।
Created On :   12 Oct 2017 1:24 PM IST