- Dainik Bhaskar Hindi
- Lifestyle
- recipe of green chilli pakoda,learn how to make it in a easy way
दैनिक भास्कर हिंदी: मिनटों में बनाए मिर्ची के पकोड़े

डिजिटल डेस्क,भोपाल। मिर्ची के पकोड़ो लगभग हर उस शख्स को पसंद आते है जो तीखा खाना पसंद करता है और देश में सबसे तीखा खाना अगर कहीं खाया जाता है तो वो है राजस्थान। मिर्ची को पकोड़े भी सबसे ज्यादा यहीं खाए जाते हैं। ये राजस्थान का पारंपरिक नाश्ता है, जिसे मिर्ची और बेसन का इस्तेमाल कर बनाया जाता है। मिर्ची के पकोड़े एक बेहतरी डिश हैं इसे बनाना भी काफी आसान बै खास कर तब जब अचानक ही आपके घर में मेहमान आ जाए और आपके पास कुछ अच्छा बनाने का टाइम कम हो, तब आप सिर्फ बेसन और मिर्ची से पकड़े तैयार कर गर्मा-गरम सर्व करें, तो आइए सिखते हैं मिर्ची के पकड़े बनाना।
सामग्री-
हरी मिर्च 8
बेसन 1 कप
तेल आधा कप
हल्दी चुटकी भर
नमक स्वादअनुसार
आलू 2 (उबला हुआ)
लाल मिर्च पाउडर चुटकी भर
धनिया पत्ता थोड़ा सा (बारीक कटा हुआ)
ये भी पढ़ें -मिनटों में तैयार हो जाती है ये पीनट बटर-बनाना आईस्क्रीम, घर पर करें ट्राय
मिर्ची के पकोड़े बनाने की विधि
मिर्ची के पकोड़े बनाने के लिए सामान्य रूप से मिलने वाली हरी मिर्च की जगह लंबी और मोटी वाली हरी मिर्च का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि वो थोड़ी कम तिखी होती है।
सबसे पहले सभी मिर्चों को बीच से काटें, उसके बीज निकालकर मिर्च को अलग रख दें। अब उबले हुए आलू को छीलकर अच्छी तरह से मैश कर लें। इसमें लाल मिर्च पाउडर, नमक और धनिया पत्ती मिलाकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें।
अब बेसन में हल्दी और नमक डालें और पानी डालकर गाढ़ा बैटर तैयार कर लें। अब बीच से कटी हुई हरी मिर्च के अंदर आलू का मिश्रण भर दें और उसे बेसन के मिश्रण में डिप करें।
अब एक कढ़ाई में तेल गर्म करें और बेसन में लिपटी हुई मिर्चों को तेल में सुनहरा होने तक डीप फ्राई करें। टीशू पेपर पर निकाल लें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए। मिर्ची के पकोड़ों को हरी चटनी, प्याज के छल्ले या दही या सॉस के साथ सर्व करें।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।