दिमाग सिकुड़ना है बीमारियों का कारण, केवल एक्सरसाइज ही है इलाज
डिजिटल डेस्क । अक्सर लोगों को बुखार, जुकाम, बदन दर्द, तनाव और कई अन्य तरह की बीमारियां होती हैं। ये शारीरिक तकलीफें ऐसी होती हैं जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं या डॉक्टर से जांच करवा कर दवाई खाकर संतुष्ट हो जाते हैं। हमें लगता है कि कुछ उल्टा-सीधा खाने से या मौसम की वजह से ऐसा होता है या ये सोच लेते हैं कि हमारा इम्यून सिस्टम वीक हो गया है, लेकिन क्या कभी ये सोचा है कि आखिर ऐसी कौन सी वजह है कि हमारा शरीर इतना कमजोर हो गया है?
असल वजह शायद ही कभी जानने की कोशिश की होगी, क्योंकि इतना समय ही नहीं है हमारे पास। दरअसल इसकी मुख्य वजह है एक्सरसाइज ना करना, जिसके लिए भी हमारे पास वक्त नहीं है। एक्सरसाइज न करना कई बड़ी समस्याओं को जन्म देता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर हमारे दिमाग पर पड़ता है। दरअसल एक्सरसाइज ना करने से दिमाग सिकुड़ने लगता है और फिर होती है कई तरह की समस्याएं। आइए जानते हैं कि दिमाग के किस हिस्से को नुकसान पहुंचता है।
- जब आप अचानक से एक्सरसाइज करना बंद कर देते हैं तो आपके दिमाग के 8 हिस्सों में रक्त का संचार कम हो जाता है। आपके दिमाग में एक जगह होती है जिसे हम हिपोकैम्पस कहते हैं। यह हिस्सा मानव मस्तिष्क का मेमोरी केंद्र होता है। सारी सूचना यहीं एकत्रित रहती है। अगर इस हिस्से में रक्त का संचार कम होगा तो 10 साल के अंदर आपके दिमाग का आकार कम हो जाएगा। जिसकी वजह से याददाश्त कम होती जाएगी।
- एक्सरसाइज ना करने की वजह से न्यूरोडीजेनेरेटिव नाम की बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसमें दिमाग के न्यूरॉन कोशिकाएं क्षीण होने लगती है। जिससे पर्किन्सन जैसे रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।
- हर इंसान को हफ्ते में कम से कम 150 मिनट जरूर व्यायाम करना चाहिए। अगर समय कम हो तो, कम से कम 75 मिनट की दौड़भाग वाली एक्सरसाइज जरूर करें। एक्सरसाइज करने से ना केवल शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है बल्कि आप जल्दी बूढ़े भी नहीं होते हैं।
- 30 साल की उम्र के बाद हमारा प्रतिरक्षा तंत्र साल-दर-साल 2-3% कम होने लगता है। इसीलिए बूढ़े लोगों को सामान्य रोग होने का खतरा ज्यादा रहता है। इसके अलावा गठिया - और कैंसर जैसे रोग भी उन्हें जल्दी हो जाते हैं।
- एक स्टडी में लम्बी दूरी के 125 साइकिलिस्टों को शामिल किया गया जिनमें से कुछ लोगों की उम्र 80 साल से ज्यादा थी। स्टडी में पाया गया कि उनका प्रतिरक्षा तंत्र 20 साल की उम्र के लड़कों जितना मजबूत था।
- रेगुलर एक्सरसाइज करने वाले लोग बुढ़ापे में भी घातक वायरस से लड़ने की क्षमता रखते हैं। हालांकि ऐसा प्रतिरक्षा तंत्र पाने के लिए आपको किसी एथलीट की तरह मेहनत करने की जरूरत नहीं है। बस आप रेगुलर कुछ ना कुछ करते रहें।
- आप फिट रहने के लिए डांस भी कर सकते हैं। इससे ना केवल आपकी याददाश्त बढ़ेगी बल्कि आपकी सीखने की क्षमता भी तेज होगी। एक्सरसाइज से तनाव, अवसाद और मानसिक समस्याओं से भी आपको दूर रहेंगे। इसलिए हमेशा कुछ ना कुछ नया सीखते रहें इससे आप ना जल्दी बूढ़े होंगे ना बीमार और आपके हिपोकैम्पस का आकार भी बढ़ेगा।
Created On :   14 May 2018 8:27 AM IST