बदल रहा है मौसम, टाइफाइड से बचने अपनाएं ये तरीके
टीम डिजिटल, भोपाल. टाइफाइड वैसे तो किसी भी मौसम में परेशान कर सकता है लेकिन गर्मी और बारिश के बीच के सीजन में ये ज्यादा नुकसान पहुंचाता है. इस सीजन में टाइफाइड के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. यह वही सीजन है इन दिनों सबसे ज्यादा सावधानी की आवश्यकता होती है. विशेषज्ञों के अनुसार टाइफाइड अक्सर लगातार हल्के बुखार, थकान और लंबे समय तक खाली पेट रहने की वजह से भी हो जाता है। यहां हम आपको इससे बचने के उपाय, होने पर बरती जाने वाली सावधानियां और कुछ घरेलू उपचार बताने जा रहे हैं.
इनसे परहेज करें
जिनकी गंध तीव्र हो जैसे कि प्याज़, लहसुन.
सभी मसाले जैसे कि, मिर्च, मिर्च का सॉस, सिरका.
गैस बनाने वाले आहार जैसे कटहल, डूरियन (कटहल का अन्य प्रकार), अन्नानास.
मक्खन, घी, पेस्ट्री, तले हुए आहार, मिठाईयाँ, गाढ़ी मलाई डाले सूप्स सभी को बिलकुल नहीं खाना चाहिए.
घरेलू उपाय
कुनकुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीना टाइफाइड में अत्यंत हितकारी होता है.
उबला और उचित तरीके से छना हुआ पानी पीयें.
केवल उबला आहार लें और बाहरी खाने से परहेज.
यदि आपके द्वारा रोग फैलने की संभावना है तो भोजन और अन्य घरेलू वस्तुओं की देखभाल ना करें.
डॉक्टर ने जितने समय के लिए एंटीबायोटिक कहे हों उतने समय तक लें.
होने पर बरतें ये सावधानी
अधिक मात्रा में रस, सूप, तरल आहार और मिनरल वाटर लें.
दूध और इससे बने पदार्थ लें.
वे आहार लें जिनमें उच्च जैविक मान वाले प्रोटीन हों, जैसे कि अंडे, मीट पेस्ट, मछली, पोल्ट्री उत्पाद.
अधिक शक्कर वाले रिफाइंड आहार जैसे कि शहद, जैम, शक्कर की गोलियाँ, जेली, ग्रास जेली, समुद्री वनस्पति आहार.
आँतों की हलचल कम करने के लिए कम-रेशे वाले आहार, पके हुए फल, आलू, आदि लें.
पतले रेशे युक्त या घुलनशील रेशे युक्त सब्जियाँ: पालक, पत्तागोभी, फूलगोभी, गाजर आदि.
Created On :   8 Jun 2017 4:27 PM IST