घर के मंझले बच्चे होते हैं एक बेहतरीन इंसान
डिजिटल डेस्क,भोपाल। आज कल हर घर में हम दो हमारे दो की ही नीति अपनाई जा रही है। लेकिन पहले कम से कम तीन बच्चे हर घर में होते थे। ये संख्या कभी-कभी इससे ज्यादा होती थी। ऐसे में घर के दूसरे या तीसरे नंबर के बच्चों पर माता-पिता ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते थे। ऐसे में लोगों को लगता है कि घर के मंझले बच्चे अक्सर ही अकेलेपन और उपेक्षा का शिकार होते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है एक स्टडी में सामने आया है कि घर के मंझले बच्चे सबसे ज्यादा होशियार, सफल और लोकप्रिय होते है।आप भी जानिए कि वो क्या गुण है जो मंझले बच्चे अपने भाई-बहनों से अलग पाते हैं।
बेहतरीन टीम वर्कर होते है
परिवार में जब पहला बच्चा आता है तो सब कुछ उसका ही होता है, वहीं जब दूसरा बच्चा होता है तो उसे शुरुआत से ही सबकुछ शेयर करना होता है। कपड़ों से लेकर मां-बाप का प्यार तक उसे बड़े बच्चे के साथ बांटना होता है, इसलिए ये बच्चे शुरू से ही अच्छे टीम वर्कर होते हैं।
अच्छे लीडर बनते हैं
मंझले बच्चे जहां छोटे भाई या बहन का ध्यान रखते हैं, वहीं बड़े से सीखते भी हैं। इस वजह से उनमें नेतृत्व क्षमता का अच्छा विकास होता है।
अच्छे दोस्त होते हैं
चूंकि घर में मंझले बच्चों को कम अटेंशन मिलता है, इसलिए घर के बाहर हुई दोस्ती को वे अच्छे से निभाते हैं।
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इगोइस्टिक नहीं होते हैं
बड़े और छोटे बच्चों के मुकाबले मंझले बच्चों को परिवार के लोगों का ध्यान कम मिलता है। ये बच्चे इस स्थिति के आदी हो जाते हैं, इस लिए उनमें अहंकार की भावना कम होती है।
मिलनसार व्यवहार के होते हैं
बड़े और छोटे बच्चों के मुकाबले मंझले बच्चों को परिवार के लोग मंझले बच्चे का ध्यान कम रख पाते हैं। ये बच्चे इस स्थिति के आदी हो जाते हैं, इसलिए उनमें अहंकार की भावना कम होती है। इस वजह से मंझला बच्चा काफी धैर्यवान और व्यवहारकुशल बन जाता है।
Created On :   16 Sept 2017 2:56 PM IST