सिंगल रहने के होते हैं ये घातक नुकसान
डिजिटल डेस्क। कई बार सुना होगा शादी का लड्डू जो खाए वो पछताए और जो ना खाए वो भी पछताए। ये कहावत काफी हद तक सही भी है क्योंकि जब आप शादी कर लेते हैं तो आप अपनी जिंदगी एक शख्स के साथ शेयर करते हैं, लेकिन बराबरी से लड़ने के लिए भी एक योद्धा हमेशा तैयार रहता है। तब इंसान सोचता है कि कुंवारा ही रहता तो अच्छा होता, लेकिन क्या आप शादी ना करने के साइडइफेक्ट्स जानते हैं जो आपको हर वक्त पछताने के लिए मजबूर करते हैं। शादी ना करने से रोक-टोक करने वाला कोई नहीं होगा, अपनी जिंदगी आराम से बिताएंगे...इतना ही नहीं सिंगल ही सबसे ज्यादा सक्सेसफुल हो पाते हैं, चाहे पॉलीटिशियन का एग्जाम्पल हो या किसी सिंगल एक्टर का। ये सब सोचने में अच्छा लगता है और शायद कुछ लोगों को ऐसी जिंदगी रास भी आ रही हो, लेकिन इसकी एक और सच्चाई भी है, जो सिंगल लोगों फेस करनी पड़ती है। आज हम आपको सिंगल होने के नुकसान बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप शादीशुदा होने पर अफसोस करना छोड़ देंगे और अगर सिंगल रहेने की प्लानिंग है तो वो त्याग देंगे। हाल ही में हुई एक स्टडी में सामने आया है कि शादीशुदा लोगों में सिंगल लोगों के मुकाबले डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) का खतरा कम होता है।
डिमेंशिया एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आप चीजों को भूलने लगते हैं, आप का मूड स्वींग होने लगता है, काम में आपका मन नहीं लगता और साथ ही आप चिड़चिड़े स्वभाव के हो जाते हैं। इतना ही नहीं बल्कि, इस बीमारी में व्यक्ति के सोचने-समझने की क्षमता के साथ चीजों को याद रखने की क्षमता भी कम हो जाती है।
न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी और साइकाइट्री जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी के मुताबिक, जीवनभर कुंवारे रहने से डिमेंशिया का खतरा 42 फीसदी तक बढ़ जाता है। साथ ही जो लोग पार्टनर की मृत्यु होने की वजह से लंबे समय तक अकेले रहते हैं उनमें आम लोगों के मुकाबले इस बीमारी का खतरा 20% तक ज्यादा होता है। ये स्टडी लंदन के "यूनिवर्सिटी कॉलेज" के शोधकर्ताओं द्वारा की गई है। इस स्टडी में 15 दूसरी संबधित स्टडीज की रिपोर्ट्स को इस्तेमाल किया गया है। जिसमें दुनियाभर के 8,00,000 से भी ज्यादा लोगों को शामिल किए गए है।
रिसर्च के मुताबिक, शादी और डिमेंशिया का एक दूसरे से चोली दामन का साथ है, क्योंकि शादीशुदा जीवन में पार्टनर्स ने एक दूसरे को सपोर्ट और ख्याल रखने से डिमेंशिया का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि लाइफस्टाइल का मानसिक सेहत पर सीधा असर पड़ता है।
Created On :   6 Dec 2017 8:53 AM IST