बुढ़ापा चाहिए बेहतर तो करें हरी सब्जी और संतरे का सेवन
डिजिटल डेस्क। आज कल खाने में लापरवाही या हेल्दी डाइट का सेवन न करने से हमे कई बीमारियां घेर लेती हैं। जिसका सीधा असर हमारे शरीर में तो होता ही है साथ ही इसका गहरा प्रभाव हमारे दिमाग पर भी होता है। हेल्दी डाइट का सेवन न करने के कारण बुढ़ापे में मैमोरी कमजोर होने के लक्षण भी बढ़ जाते हैं। अपनी लाइफ स्टाइल में Good डाइट को शामिल करने से आप की मैमोरी तो अच्छी रहेगी ही, साथ ही आप को गंभीर बीमारियां होने का खतरा भी काम रहेगा। तो आज जानते हैं कि अपने रोजमर्रा की जिंदगी में हरी सब्जीयों का महत्व, साथ ही संतरे के सेवन से कैसे होती है याददाश्त तेज।
पालक
एक शोध की जानकारी के मुताबिक हरी और लाल रंग की सब्जी खाने वाले लोगों को बुढ़ापे में मैमोरी कम होने का खतरा नहीं होता। पत्तेदार सब्जी खाने से दिमाग स्वस्थ रहता है और सोचने की क्षमता भी बढ़ती है। इसलिए आप अपनी डेली रूटीन में शामिल करें हरी पत्ते वाली सब्जियां। स्टडी के मुताबिक पालक में पोटेशियम और मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है जो याददाश्त बढ़ाने में मददगार होता है। बता दें कि पालक में फोलेट भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। फोलेट हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है। शरीर में फोलेट की कमी होने से मेमोरी लॉस की शिकायत होती है। इसलिए अपनी डाइट में पालक का सेवन करना न भूलें।
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाने के साथ साथ इनमें कैरोटेनॉयड्स पाया जाता है, जो कि पावरफुल ब्रेन प्रोटेक्टर्स के रूप में जाना जाता है। जैसे ब्रोकली, ब्रुसली, पत्तागोभी, पालक आदि अंकुरित सब्जियों का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होगा।
संतरे का जूस
उम्र बढ़ने के साथ साथ भूलने की समस्या होने से निजात दिलाने में संतरा बहुत फायदेमंद है संतरे का जूस बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद है। यह ब्रेन पावर बढ़ाता है एक शोध में पाया गया है। संतरे में फ्लेवोनॉयड नाम का प्राकृतिक रसायन अधिक मात्रा में पाया जाता है। फ्लेवोनॉयड दिमाग के उस हिस्से को प्रभावित करता है जो सीखने की क्षमता और मैमोरी से जुड़ा होता है। फ्लेवोनॉयड बुजुर्गों की याददाश्त में सुधार करने में कारगार साबित होता है।
Created On :   9 Jan 2019 4:26 PM IST