तम्बाकू और धूम्रपान हैं शरीर के लिए खतरनाक, ऐसे छोड़ें नशे की लत
डिजिटल डेस्क । ऐसे लोग जो धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन बड़े शौक से करते हैं और धीरे -धीरे ये शौक उनकी लत बन जाती है। फिर चाहकर भी ये लत नहीं छूटती। दरअसल तंबाकू एक धीमा जहर है जो सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे धीरे मौत के मुंह मे धकेलता जाता है। इससे कई तरह की बीमारियां भी होती हैं, लेकिन लोग जाने अनजाने में तम्बाकू के प्रोडक्ट्स का सेवन करते रहते हैं। लोग बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, जर्दा, खैनी, हुक्का, चिलम जैसे तम्बाकू प्रोडक्ट्स का सेवन कर अपनी उम्र को कम करते जाते हैं। विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई को है। आइए जानते हैं धूम्रपान और तम्बाकू से होने वाले नुकसान और इस बुरी लत को छोड़ने के तरीके।
- तम्बाकू में मौजूद निकोटीन शरीर के लिए सबसे ज्यादा घातक होता है।
- तम्बाकू में कैंसर उत्पन्न करने वाले बहुत से तत्व पाये जाते हैं। धूम्रपान और तम्बाकू खाने से मुंह, गला और फेफड़ों में कैंसर होता है।
- तम्बाकू उत्पादों के सेवन से दिल की बीमारियां (हार्ट डिजीज ), सांस की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर, पेट के अल्सर, एसिडिटी, अनिद्रा जैसी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।
- सिगरेट और तंबाकू में मौजूद कैंसरजन्य पदार्थ शरीर की कोशिकाओं के विकास को रोककर उनके नष्ट होने और कैंसर के बनने में मदद करता है।
- लंबे समय तक धूम्रपान करने से मुंह, गर्भाशय, गुर्दे और पाचक ग्रंथि में कैंसर होने की अत्यधिक संभावना होती है।
- धूम्रपान का सेवन और न चाहते हुए भी उसके धुंए का सामना, हार्ट और ब्रेन की बीमारियों का मुख्य कारण है।
- धूम्रपान के धूएं में मौजूद निकोटीन, कार्बन मोनो आक्साइड हार्ट, ग्रंथियों और धमनियों से संबंधित रोगों के कारण हैं।
- तम्बाकू के सेवन से बालों के झड़ने और गंजेपन की समस्या बढ़ती है।
तम्बाकू के सेवन को लेकर WHO की रिपोर्ट -
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक दुनिया के करीब 125 देशों में तम्बाकू का उत्पादन होता है।
- दुनियाभर में हर साल करीब 5.5 खरब सिगरेट का उत्पादन होता है। एक अरब से ज्यादा लोग इसका सेवन करते हैं।
- दुनिया भर में 80 प्रतिशत पुरुष तम्बाकू का सेवन करते हैं, कुछ देशों में महिलाओं में धूम्रपान करने की आदत बढ़ी है।
- दुनियाभर में धूम्रपान करने वालों में 10 प्रतिशत लोग भारत में है। भारत में करीब 25 हजार लोग गुटखा, बीड़ी, सिगरेट, हुक्का के जरिये तम्बाकू का सेवन करते हैं।
- भारत में 10 अरब सिगरेट और 72 करोड़ 50 लाख किलो तंबाकू का उत्पादन होता है।
- विकासशील देशों में हर साल 8 हजार बच्चों की मौत अभिभावकों के धूम्रपान के कारण होती है।
कैसे छोड़ें तम्बाकू और धूम्रपान की लत-
दरअसल कभी -कभी लोग बुरी संगत में पड़कर, कभी फ्रैंड्स के दबाब में, कई बार कम उम्र में खुद को बड़ा दिखाने की चाहत में या फिर कभी धुएं के छ्ल्ले उड़ाने की ललक में तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने लगते हैं, जो कि बाद में लत बन जाती है। हालांकि नशे की लत को छोड़ना थोडा मुश्किल है, लेकिन नामुमकिन नहीं। इन उपायों से आप भी नशे की लत को छोड़ कर अपनी उम्र बढ़ा सकते हैं।
- धूम्रपान छोड़ने के लिए सबसे पहले व्यावहारिक होना बेहद जरूरी है। अपने मन में दृढ़ निश्चय करें कि आपको नशा छोड़ना ही है। अगर नशा छोड़ने में शुरु में दिक्कत आए तो धीरे- धीरे मात्रा कम करते हुए छोड़ें।
- तंबाकू के पदार्थों को छोड़ने का फैसला करें फिर इसे अपने सभी दोस्तों को बताएं।
- अगर हर घंटे सिगरेट पीने की आदत है तो अब 8 से 10 घंटे में एक बार पिएं फिर धीरे-धीरे गैप बढ़ाते जाएं।
- फिर अपने पास और अपने घर से सिगरेट का स्टॉक हटा दें।
- जब तम्बाकू या सिरगेट का मन करे तब टॉफी, च्विंगम या नट्स खाएं।
Created On :   30 May 2018 3:24 PM IST