जानें क्यों बुरी है उंगलियां चटकाने की आदत? 

Why is it the habit of Cracking the fingers?
जानें क्यों बुरी है उंगलियां चटकाने की आदत? 
जानें क्यों बुरी है उंगलियां चटकाने की आदत? 

डिजिटल डेस्क, भोपाल। उंगलियां चटकाने से वे मोटी हो जाएंगी, आंखों के नीचे काले घेरे हो जाएंगे, कुछ अशुभ होगा और भी न जाने क्या-क्या सुनना पड़ जाता है। दरअसल इसकी इजाजत तो साइंस भी नहीं देता हैं। लेकिन क्या आपने कभी जानने की कोशिश की है कि आखिर उंगलियां चटकाने से होता क्या है। तो आइए जान लेते हैं कि उंगलियों को क्यों नहीं चटकाना चाहिए।

क्यों साइंस भी नहीं देता इजाजत

डॉक्टरों की माने तो शरीर में एक विशेष प्रकार का लिक्विड होता है, जिसका नाम है सिनोवियल फ्लूईड यह लिक्विड शरीर में हड्डियों को आपस में रगड़ने से बचाता है। ये ग्रीस की तरह होता है जो शरीर के हर जोड़ में मौजूद होता है। इस लिक्विड में मौजूद गैसों के कारण बुलबुले बनते रहते हैं। जब हम उंगलियां चटकाते है तब ये बुलबुले फूटते है और आवाज करते हैं। एक बार ये बुलबुले फूट जाने के 20 से 30 मिनट में एक बार फिर बुलबुले बन जाते हैं। इसीलिए उंगली एक बार चटकाने के तुरंत बाद नहीं चटकती। उसके लिए फिर कुछ देर इंतजार करना पड़ता है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक हडि्डयां आपस में लिगामेंट से जुड़ी होती हैं। बार-बार उंगलियां चटकाने से उनके बीच होने वाला लिक्विड कम होने लगता है। अगर ये पूरा खत्म हो जाए तो गठिया हो सकता है। इसके साथ ही यदि जोड़ों को बार-बार खींचा जाए तो हमारी हडि्डयों की पकड़ भी कम हो सकती है।
 

Created On :   11 Aug 2017 3:31 PM IST

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