बयान पर पलटवार: 'मुसलमानों के लिए RSS प्रमुख के...', मोहन भागवत पर असदुद्दीन ओवैसी की आई प्रतिक्रिया

मुसलमानों के लिए RSS प्रमुख के..., मोहन भागवत पर असदुद्दीन ओवैसी  की आई प्रतिक्रिया
  • आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर पलटवार
  • असदुद्दीन ओवैसी ने आरएसएस पर साधा निशाना
  • मुसलमानों को लेकर उठाई ये मांग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हैदराबाद सांसद और एआईएमआईएम पार्टी चीफ असदुद्दी ओवैसी ने रविवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के मुस्लमानों को लेकर दिए बयान पर नाराजगी जताई है। उन्होंने आरएसएस चीफ के बयान को पाखंड करार दिया है। इस दौरान ओवैसी ने स्पष्ट किया है कि ऐसी बयानबाजी बेमतलब है।

आरएसएस और भाजपा पर बरसे ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ''मुसलमानों के प्रति कभी-कभार दिए जाने वाले आरएसएस प्रमुख के शांतिदायक बयान पाखंडपूर्ण और निरर्थक होते हैं।'' बीते साल आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि मंदिर मस्जिद के रोजाना नए विवाद खड़े कर कोई नेता बनना चाहता है तो ऐसा नहीं होना चाहिए। हमें दुनिया को दिखाना है कि हम एक साथ रह सकते हैं।

इतना ही नहीं बल्कि ओवैसी ने भाजपा की लगातार दूसरी जीत को विपक्ष और हिंदू मतदाताओं के एकजुट होने का परिणाम करार दिया। उन्होंने कहा कि उन पर मोदी विरोधी मतदाताओं के बीच सेंध लगाने का आरोप लगाना गलत है।

एक इंटरव्यू के दौरान ओवैसी ने कहा कि मुझ पर आरोप कैसे लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर मैं 2024 के लोकसभा चुनाव में हैदराबाद, औरंगाबाद, किशनगंज और कुछ अन्य सीटों पर चुनाव लड़ता हूं और बीजेपी को 240 सीटें मिलती हैं तो क्या मैं जिम्मेदार हूं। बीजेपी सत्ता में आ रही है, क्योंकि विपक्ष नाकाम है। बीजेपी चुनाव जीत रही है, क्योंकि इसने लगभग 50 प्रतिशत हिंदू मतों को अपने पक्ष में कर लिया है।

मुसलमानों को लेकर उठाई ये मांग

एआईएमआईएम सांसद ने कहा कि उन पर आरोप लगाने और उन्हें बीजेपी की ‘बी-टीम’ कहने का प्रयास विपक्ष की उनकी पार्टी के प्रति नफरत के अलावा और कुछ नहीं है, क्योंकि उनकी पार्टी मुख्य रूप से मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करती है। विपक्षी दलों के ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) पर मोदी विरोधी मतों में सेंध लगाने का आरोप लगाए जाने पर ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्षी दल मुस्लिम वोट को सिर्फ चुनावी लाभ के रूप में देखते हैं, जबकि उनके वास्तविक मुद्दों पर ध्यान नहीं देते।

उन्होंने सवाल किया कि जब समाज के हर वर्ग को राजनीतिक नेतृत्व मिल सकता है तो मुस्लिमों को क्यों नहीं। यह पूछे जाने पर कि क्या उनका इशारा कांग्रेस की ओर है। उन्होंने कहा कि उनका इशारा बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) सहित सभी विपक्षी दलों की ओर है।

ओवैसी ने कहा कि यादव नेता होंगे मुसलमान भिखारी होंगे. ऊंची जाति के लोग नेता होंगे मुसलमान भिखारी होंगे। यह कैसे उचित है, मुझे बताएं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के संस्थापक नेताओं ने देश के लिए एक सहभागी लोकतंत्र के रूप में कल्पना की थी तो मुसलमानों की भागीदारी कहां है?

उन्होंने कहा कि भारत इतने बड़े समुदाय को हाशिए पर और कमजोर रखकर 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल नहीं कर सकता। ओवैसी ने कहा कि राजनीतिक दलों को मुसलमानों को वोट बैंक के तौर पर देखना बंद कर देना चाहिए और इसके बजाय उन्हें ऊपर उठाने उन्हें शिक्षित करने, उनके साथ उचित व्यवहार करने और उन्हें नौकरी देने के लिए काम करना चाहिए।

Created On :   18 May 2025 9:42 PM IST

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