प्रत्यर्पण का मामला: बैंक धोखाधड़ी के आरोपी अंगद सिंह चंडोक को अमेरिका से भारत लाई सीबीआई

बैंक धोखाधड़ी के आरोपी अंगद सिंह चंडोक को अमेरिका से भारत लाई सीबीआई
  • आरोपी के खिलाफ कई दिनों से जारी था रेड नोटिस
  • सीबीआई ने 2014 में दर्ज किया था बैंक धोखाधड़ी केस
  • चंडोक के प्रत्यर्पण से साइबर अपराध के कुछ मामलों में भी सुराग मिलने की संभावना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सीबीआई ने 2014 में दर्ज बैंक धोखाधड़ी केस में वांछित रेड नोटिस विषय और घोषित अपराधी अंगद सिंह चंडोक को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत वापस लाने में बड़ी सफलता मिली है। चंडोक को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीबीआई ने 23 मई 2025 को हिरासत में लिया और न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आज शनिवार को सीबीआई उसे गिरफ्तार कर भारत लाई है। चंडोक को भारत लाने के लिए सीबीआई काफी समय से अमेरिकी एजेन्सियों के संपर्क में थी। आखिरकार सीबीआई को इसमें सफलता मिली है। चंडोक के प्रत्यर्पण से साइबर अपराध् के कुछ मामलों में भी सुराग मिलने की संभावना है।

22 मार्च 2017 को सीबीआई ने इंटरपोल से रेड नोटिस जारी करवाया था, जिसके आधार पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी तलाश की गई। अंततः अमेरिकी अधिकारियों के सहयोग से आरोपी को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया। सीबीआई ने जानकारी देते हुए बताया कि इस केस में अन्य वान्टेड आरोपियों के परिवार के सदस्यों को वापस लाने की कोशिश में है। जिससे मुकदमे की कार्यवाही में मदद मिलेगी। सीबीआई इंटरपोल के साथ मिलकर 2021 से अब तक 100 से अधिक वांछित अपराधियों को विदेशों से भारत वापस लाने में कामयाब रही है।

आपको बता दें चंडोक पर बैंक धोखाधड़ी केस 24 जुलाई 2014 को दर्ज हुआ था, जिसमें अंगद सिंह चंडोक और उनके परिवार के सदस्यों ने मिलकर बैंक अधिकारियों समेत चार अन्य आरोपियों के साथ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और जालसाजी की थी, जिससे बैंक को भारी नुकसान हुआ था। साल 2016 में कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए चंडोक देश छोड़कर भाग निकला था, जिसके बाद उसके खिलाफ ओपन-एंडेड गिरफ्तारी वारंट जारी हुए थे।

न्यूज एजेंसी यूनीवार्ता ने कई रिपोर्टों के हवाले से लिखा है कि चंडोक ने अमेरिका में भी अंतर्राष्ट्रीय ऑनलाइन ठगी गिरोह के साथ मिलकर अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी की। उस पर फर्जी कंपनियों के जरिए विदेशों में अवैध तरीके से भेजने के भी आरोप है। अमेरिकी जांच एजेन्सियों ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था और जांच के बाद वहां की कोर्ट ने उसे 6 साल की सजा सुनाई थी।

Created On :   24 May 2025 6:12 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story