CJI BR Gavai: 'मुझे लगता है कि बुलडोजर से जुड़ा फैसला उन...' अपने ही दिए हुए फैसले पर क्या बोले मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई ने आज मंगलवार को बुलडोजर कार्रवाई के फैसले को लेकर बड़ी बता कही है। उन्होंने कहा कि मेरे इस निर्यण से मुझे बहुत संतुष्टि मिली है। ऐसा इसलिए कि यह फैसला मानवीय समस्याओं से आसानी से निपटा जा सकता है। बता दें कि यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति गवई और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने 13 नवंबर, 2024 को सुनाया था। इस दौरान न्यायमूर्ति ने इसकी तुलान एक अराजक स्थिति से की थी। इसके साथ ही देशभर के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे।
बुलडोजर के फैसले पर संतुष्टि
सुप्रीम कोर्ट के वकीलों के एक शैक्षणिक वर्ग के लिए 19 सितंबर, 2025 को अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। इस दौरान सीजेआई गवई ने बताया कि उनको करीब छह महीने तक न्यायमूर्ति विश्वनाथन के साथ पीठ साझा करने का मौका मिला था। उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि बुलडोजर से जुड़ा फैसला उन फैसलों में से एक है, जिसने हम दोनों को अत्यधिक संतुष्टि दी। इस फैसले के मूल में मानवीय समस्याएं और मानव की ओर से सामना की जाने वाली समस्याएं थीं। परिवार को केवल इसलिए परेशान किया जा रहा था कि उसके सदस्य या तो अपराधी या कथित अपराधी हैं।"
सीजेआई का कार्यकाल
सीजेआई गवई ने कहा, "हालांकि, इसका श्रेय उन्हें ही जाता है, लेकिन इस फैसले को लिखने का बराबर का श्रेय न्यायमूर्ति विश्वनाथन को भी जाना चाहिए। सीजेआई के कार्यकाल का न्याय प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ता।" उन्होंने आगे बताया, "मुझे नहीं लगता कि प्रधान न्यायाधीश के कार्यकाल का न्याय प्रशासन की दक्षता से कोई सीधा संबंध है। हमारे पास ढाई महीने तक न्यायमूर्ति ललित और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना जैसे सर्वश्रेष्ठ प्रधान न्यायाधीश रहे हैं, जिन्होंने अपनी छाप छोड़ी है और वे न्याय देने और (न्याय) प्रशासन में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने न्याय की बेहतरी और देश भर में न्यायपालिका के बुनियादी ढांचे में सुधार लाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।"
सीजेआई ने यह भी बताया, "मैंने न्याय प्रशासन की बेहतरी और देश भर में न्यायिक बुनियादी ढांचे में सुधार लाने और यह सुनिश्चित करने के लिए हर पल प्रयास किया है कि उच्च न्यायालयों में नियुक्तियां शीघ्रता से तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचें।" उन्होंने आगे कहा, "हमें पूरा विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट में उन्हें जो समृद्ध अनुभव प्राप्त होता है, वह वास्तव में हाई कोर्ट स्तर पर दक्षता लाने या उसे बढ़ाने में मदद करता है।"
Created On :   24 Sept 2025 12:01 AM IST