बिपरजॉय के असर से मानसून के पहले 'रेगिस्तान बना दरिया', भारी बारिश से राजस्थान के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात, ऐसा रहेगा मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों का मौसम

बिपरजॉय के असर से मानसून के पहले रेगिस्तान बना दरिया, भारी बारिश से राजस्थान के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात, ऐसा रहेगा मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों का मौसम
  • राजस्थान के कई जिलों मानसून का कोटा पूरा
  • पाली के मुठाना में रिकॉर्ड तोड़ 21.3 इंच बारिश
  • राजस्थान से सटे ग्वालियर-चंबल में होगी तेज बारिश
  • देश में अबतक उम्मीद के मुताबिक नहीं हुई बारिश

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते चार दिनों में खतरनाक चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के असर से राजस्थान में भारी बारिश हो रही है। यहां के कई इलाकों में तो इतना पानी बरसा कि वहां मानसून सीजन का कोटा पूरा हो गया। वहीं अगर औसत रूप से देखें तो 16 से 19 जून के बीच राज्य में 100 मिमी बारिश हो चुकी है जो कि राज्य में एक मानसून सीजन में होने वाली कुल बारिश का लगभग 25 फीसदी है। बता दें कि राजस्थान में मानसून सीजन के दौरान औसतन 415 मिमी बारिश होती है।

कई इलाकों में आई बाढ़

राज्य के बाड़मेर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर के कई इलाकों में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ आ गई है। मौसम विभाग ने आज कोटा, बारां-सवाई माधेपुर और जोधपुर में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं टोंक, झालावाड़ और बूंदी में सामान्य बारिश होने के आसार विभाग द्वारा जताए गए हैं।

टूटे कई रिकॉर्ड

4 दिनों में हुई भीषण बारिश से राज्य के कई जिलों में पुराने रिकॉर्ड टूट गए हैं। अजमेर में बारिश का 105 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। यहां साल 1917 में 17 जून रिकॉर्ड 119.4 मिमी बारिश हुई थी। यह रिकॉर्ड कल यानी 19 जून को टूट गया। 18 जून की सुबह से लेकर 19 जून की सुबह तक अजमेर में एक दिन में 131.8 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा जोधपुर में भी 12 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा। यहां साल 2010 में 28 जून को करीब 74 मिमी बारिश हुई थी। जबकि इस बार 17 जून को यहां करीब 91 मिमी पानी गिरा।

सबसे ज्यादा पानी राज्य के पाली जिले में गिरा। यहां के मुठाना में बीते 24 घंटे के दौरान रिकॉर्ड तोड़ 21.3 इंच बारिश दर्ज की गई। जानकारी के मुताबिक बाढ़ की वजह से अब तक राज्य में 8 लोगों की मौत हो चुकी है।

सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण

राज्य में बिपरजॉय चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने सीएम अशोक गहलोत चौहटन और सांचौर पहुंचे। यहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद सीएम ने डाक बंगले में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा, तूफान और बाढ़ को देखते हुए हमने 25 टीमें एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को लगा दिया गया।

मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग के मुताबिक बिपरजॉय के असर से राजस्थान की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभाग में आज बारिश हो सकती है। विभाग के मुताबिक इन संभागों के 8 जिलों में आने वाले 24 घंटे के अंदर 4 तक बारिश हो सकती है। वहीं राजस्थान से सटे नीमच, मंदसौर व रतलाम जिलों में बारिश होने के आसार मौसम विभाग द्वारा जताए गए हैं।

इनके अलावा आज राजधानी भोपाल में भी तेज बारिश हुई। जबकि इंदौर, उज्जैन व जबलपुर में तेज आंधी चलने अनुमान है। यहां हवा की रफ्तार 40 से 50 किमी प्रति घंटे या इससे ज्यादा रहने की आशंका है।

गर्मी की मार झेल रहे इन राज्यों के लिए आई खुशखबरी

गर्मी की मार झेल रहे देश के 16 राज्यों के लिए मौसम विभाग ने खुशखबरी दी है। विभाग के मुताबिक आने वाले 12 से 15 दिनों में देश के तकरीबन आधे राज्यों में मानसूनी बारिश होनी शुरू हो जाएगी। मौसम विभाग ने बताया कि इसकी शुरूआत पिछले 24 घंटे के दौरान कुछ राज्यों में हुई बारिश से हो गई है। बता दें कि आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। मौसम ने आगामी 24 घंटों के दौरान असम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पश्चिम मध्य प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इसके अलावा आज असम, मेघालय, सिक्किम और तमिलनाडु में भारी बारिश होने के आसार विभाग द्वारा जताए गए हैं।

बता दें कि भारत में आमतौर पर मानसून की एंट्री 1 जून में हो जाती है। लेकिन इस बार इसमें 8 दिन की देरी हुई। जिसकी वजह से जून के 20 दिन में उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं हुई। इस बार देश में मानसून के सीजन के दौरान अब तक 33 फीसदी कम बारिश हुई है।

Created On :   20 Jun 2023 11:18 AM GMT

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