दिल्ली समेत हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में बाढ़ का 'प्रचंड' रूप, पंजाब में भारी बारिश का अलर्ट, जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त

दिल्ली समेत हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में बाढ़ का प्रचंड रूप, पंजाब में भारी बारिश का अलर्ट, जनजीवन  पूरी तरह से अस्त व्यस्त
  • हिमाचल प्रदेश में आपदा से अब तक 80 लोगों की मौत
  • दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर फिर बढ़ा, 45 साल का टूटा रिकॉर्ड

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर भारत में बारिश का कहर जबरदस्त देखने को मिल रहा है। राजधानी दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। यमुना नदी का जलस्तर पिछले 45 सालों से सबसे अधिक मापा गया है। जिसकी वजह से दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। बाढ़ से बचने के लिए दिल्ली सरकार ने बीते दिन अहम बैठक बुलाई थी ताकि इस समस्या से निजात पाया जा सके। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज (13 जुलाई) दोपहर 12 बजे एक मीटिंग बुलाई है। जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई उच्च अधिकारी मौजूद रहने वाले हैं। दिल्ली के अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और पूर्वोत्तर राज्य असम में भी बाढ़ से हालात बिगड़े हुए हैं। इस आपदा से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार बारिश और हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है। जिसकी वजह से दिल्ली के कई इलाकों के घरों के अंदर पानी घुस गया। आज सुबह 7 बजे यमुना नदी का जलस्तर 208.46 मीटर दर्ज किया गया। जबकि कल दोपहर 1 बजे तक उच्चतम रिकॉर्ड 207.49 मीटर दर्ज किया गया था। दिल्ली के अलावा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी बारिश की वजह से जबरदस्त तबाही के मंजर देखने को मिल रहे हैं। भारी बारिश के कारण से हिमाचल प्रदेश में 80 से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ दिया है जबकि कई लोग घायल भी हुए हैं। कुछ ऐसे भी लोग है जो अब तक लापता बताए जा रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में लगातार तेज बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त पड़ा हुआ है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र कुल्लू का दौर किया और स्थिति को समझने की कोशिश की। ठाकुर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के बाद कहा, "बारिश के कारण भूंतर में बहुत नुकसान हुआ है। नुकसान इतना ज्यादा है कि इसकी भरपाई करना बहुत कठिन है। कई लोग बेघर हुए है। यहां ब्यास और पार्वती नदी मिलती है जिसके कारण मुख्य नुकसान हुआ है। मैं इन विषयों को प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के समक्ष रखूंगा। मुझे संतुष्टि है कि केंद्र सरकार की तरफ से पूरी मदद की गई है। आज मुझे केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने का समय मिला है, मैं उनके सामने ये सारी बातें रखूंगा।"

उत्तराखंड

पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के सभी जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। प्रदेश की धामी सरकार ने बीते दिन सभी जिलों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी और निर्देश दिए थे कि जो श्रद्धालु चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा के लिए आ रहे हैं उनका ध्यान रखा जाए। किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपील किया है कि, लोग मौसम को देखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनाएं। इसके अलावा सुरक्षा को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।

मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने उत्तराखंड की स्थिति को लेकर कहा, "ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई है। आज भी राज्य में बारिश होगी। नैनीताल, देहरादून, पौड़ी गढवाल, हरिद्वार में भारी बारिश हो सकती है। राज्य में अलर्ट जारी किया गया है। कल भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।"

पंजाब

पंजाब में भी मूसलाधार बारिश की वजह से बाढ़ जैसी हालात पैदा हो गए हैं। राज्य के 13 जिले बाढ़ के चपेट में आ चुके हैं और करीब 480 गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। आलम ये है कि लोगों को खाने पीने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार (13 जुलाई) को पूरे पंजाब में भारी बारिश होने की संभावना है।

Created On :   13 July 2023 4:55 AM GMT

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