पहलगाम आतंकी हमला: 'आतंकियों ने मोमोज और मैगी खाने के लिए कहा....', बैसरन घाटी में हमले से पहले चश्मदीद ने किया चौंकाने वाला खुलासा

आतंकियों ने मोमोज और मैगी खाने के लिए कहा...., बैसरन घाटी में हमले से पहले चश्मदीद ने किया चौंकाने वाला खुलासा
  • देश में पहलगाम हमले को लेकर आक्रोश
  • घटना के बारे में चश्मदीद ने की चर्चा
  • आतंकियों को लेकर किया चौंकाने वाला खुलासा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में पहगाम आंतकी हमले को लेकर आक्रोश का माहौल है। इस घटना के दौरान कश्मीर घूमने गए पर्यटकों ने म। इस सिलसिले में अब पश्चिम बंगाल की एक महिला ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पहगाम में आतंकियो ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। आतंकियों ने उनसे कहा कि अभी घूमना बाकी है, बैठो मैगी मोमोज खा लो। एबीबी से बातचीत के दौरान पूर्वाषा नाम की पर्यटक ने पहलगाम आतंकी हमले से पहले के बारे में चर्चा की।

पहलगाम में आतंकी हमले से पहले क्या हुआ?

पहलगाम आतंकी हमले के बारे में बताते हुए पूर्वाषा नाम की महिला ने कहा, "पश्चिम बंगाल से 10 से 12 लोगों का उनका ग्रुप कश्मीर घूमने के लिए निकला था। 21 अप्रैल को हम लोग कश्मीर पहुंचे और 22 को बैसरन घूमने के लिए गए थे। जब ये हादसा हुआ उसके कुछ घंटे पहले ही हम वहां पहुंचे थे और अपने हिसाब से मौज मस्ती कर रहे थे। बहुत देर होने के बाद घोड़े वाले ने मेरी एक फ्रेंड के पति से कहा कि एक घंटे से ऊपर होगा तो पर परसन 500 रुपये का चार्ज लगेगा। उन्होंने सोचा 6 हजार रुपये एक्स्ट्रा लगेंगे तो हम लोगों को इकट्ठा किया।"

उन्होंने आगे कहा, “हम लोग रील्स बना रहे थे और उसी दौरान हमरी एक फ्रेंड गिर गई तो उसके कपड़ों में कीचड़ लग गया। ऐसे में हम सभी ने सोचा कि इसके भी कीचड़ लग गया है और पैसे भी एक्स्ट्रा लगेंगे तो हम लोग चले जाते हैं। जैसे ही हम लोग निकलने लगे तो 4 से 5 आदमी आकर घेर लेते हैं और कहने लगे कि अरे आप लोग कहां जा रहे हैं, अभी तो बहुत कुछ देखना बाकी है।”

आतंकियों ने मैगी मोमोज खाने के लिए कहा - पूर्वाषा

पूर्वाषा आगे कहती हैं, “वो लोग जबरदस्ती हम लोगों को रोक रहे थे। कह रहे थे कि आप लोग चाय पीकर जाओ, मैगी खाकर जाओ। तो हम लोगों ने कहा कि हमें ये सब नहीं करना है, हमारी दोस्त गिर गई है उसके कपड़े खराब हो गए हैं तो हम नीचे जाएंगे। उन लोगों ने फिर कहा कि अभी तो कुछ देखा ही नहीं है, घूमो फिरो हम लोग मोमोज बना देते हैं, वो खाकर जाना. वो लोग रास्ता छोड़ ही नहीं रहे थे। मेरी दीदी उन लोगों को डांटी तो हम लोग निकले।”

उन्होंने कहा, "जब हम लोग निकल आए तो हमें फायरिंग की आवाज सुनाई दी। पहले तो हमें लगा कि ये कोई राइडिंग वगैरह की आवाज होगी। थोड़ी देर बाद जब अफरा-तफरी मची कि ऊपर आतंकवादी हमला हो गया है। फिर हम लोग भी जल्दी-जल्दी भागकर टैक्सी स्टैंड तक पहुंचे। बीच रास्ते में देखा कि सीआरपीएफ और एंबुलेंस दौड़ रही थीं।"

Created On :   1 May 2025 10:10 PM IST

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