Mock Drill: पाकिस्तान बॉर्डर से सटे छह राज्यों में मॉक ड्रिल जारी, ऑपरेशन शील्ड के तहत सायरन बजते ही अलर्ट हो गए लोग

पाकिस्तान बॉर्डर से सटे छह राज्यों में मॉक ड्रिल जारी, ऑपरेशन शील्ड के तहत सायरन बजते ही अलर्ट हो गए लोग
  • ऑपरेशन शील्ड के तहत सायरन बजते ही अलर्ट हो गए लोग
  • पाकिस्तान बॉर्डर से सटे छह राज्यों में मॉक ड्रिल जारी
  • 7 मई को भी हुआ था मॉक ड्रिल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान बॉर्डर से सटे छह राज्यों गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर में मॉक ड्रिल जारी है। शनिवार शाम 5 बजे से रात के 9 बजे तक मॉक ड्रिल किया जाएगा। इसे 'ऑपरेशन शील्ड' नाम दिया गया है। पहले 29 मई को मॉक ड्रिल होने वाली थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया था।

जम्मू-कश्मीर के जम्मू, अनंतनाग, बारामूला के अलावा अन्य जिलों में मॉक ड्रिल जारी है। इन जिलों में रात के आठ बजे थोड़ी देर के लिए ब्लैकआउट रहेगा। जम्मू के अखनूर में एयर स्ट्राइक की ड्रिल की गई। गुजरात के पाटण, वलसाड में सायरन बज रहे हैं। इसके अलावा गुजरात में एयर स्ट्राइक को लेकर भी मॉक ड्रिल जारी है। इधर, राजस्थान के जयपुर में हवाई अटैक को लेकर मॉल ड्रिल किया जा रहा है।

इसके अलावा हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में मॉक ड्रिल जारी है। मॉक ड्रिल का आयोजन हो भारत में रहा है लेकिन डर पाकिस्तान में है। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछली बार जब मॉक ड्रिल हुआ था तब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। इस एयरस्ट्राइक से पड़ोसी मुल्क को भारी नुकसान हुआ था। अब दुश्मन देश यह सोच रहा है क्या भारत फिर से कुछ बड़ा करने वाला है?

7 मई को भी हुआ था मॉक ड्रिल

पहलगाम आतंकी हमले के बाद 7 मई को 25 राज्यों के 244 जिलों में मॉक ड्रिल हुआ था। जिन जिलों में इसका आयोजन होगा उन्हें संवेदनशीलता के आधार पर 3 कैटेगरी में बांटे गए थे। पहली कैटेगरी में ज्यादा संवेदनशील जिले और कैटेगरी 3 में कम संवेदनशील जगह थी। वहीं, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और दिल्ली पर खास फोकस किया गया था।

ऑपरेशन सिंदूर ने मचाई तबाही

भारत ने 6 और 7 मई की दरमियानी रात पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इस एयरस्ट्राइक में 100 से भी ज्यादा आतंकियों की मौत हो गई थी।

क्यों होता है मॉक ड्रिल?

मॉक ड्रिल युद्ध की स्थिति में किया जाता है। इस दौरान कई बातों पर ध्यान दिया जाता है। मॉक ड्रिल के दौरान लोगों के लिए हवाई हमले के अलर्ट के वक्त का सायरन बजाकर अभ्यास किया जाता है। हमलों के वक्त नागरिक, छात्रों आदि को खुद की सुरक्षा के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। हालांकि, मॉक ड्रिल के दौरान ये बड़ा लेवल पर नहीं किया जाता है।

Created On :   31 May 2025 8:28 PM IST

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