NCERT की किताबें होंगी अपडेट, जुड़ेंगे नोटबंदी और स्वच्छता जैसे विषय

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 10 सालों के बाद NCERT ने अपनी पाठ्यपुस्तकों को में बदलाव करने की तैयारी कर ली है। आपको बता दें अभी जो पाठ्यपुस्तकें चल रही हैं। उनमें प्रस्तावना 30 नवंबर, 2007 की है, यानी 10 सालों से इन किताबों में दी गई जानकारी को न तो अपडेट किया गया है और न ही कोई नई सूचना एड की गई है। NCERT की 8वीं क्लास की सामाजिक विज्ञान की पुस्तकों में भारत के संबंध में साक्षरता से जुड़े जो आंकड़े दिए गए हैं वह 2001 के मुताबिक हैं। दूसरी ओर देश में आवास, बिजली और पाइप से सप्लाई होने वाले पानी से जुड़े आंकड़े 1994 में प्रकाशित आंकड़ों पर आधारित हैं।
इसे देखते हुए NCERT ने कुछ सूचनाओं को अपडेट करने और कुछ नई चीजों को इसमें जोड़ने की योजना बनाई है। NCERT ने अपनी करीब 182 पुस्तकों को अपडेट करेगा। अब तक एनसीईआरटी ने कुल 1,334 बदलाव किए हैं यानी 7 बदलाव प्रति पुस्तक हुए हैं। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स, नोटबंदी, बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ और स्वच्छता जैसे विषयों को अब शामिल किया जाएगा। इसके अलावा पुस्तकों में उच्चारण संबंधित त्रुटियों को दूर किया जाएगा और भाषा को आसान बनाया जाएगा।
NCERT के निदेशक हृषिकेश सेनापति ने टीओआई को बताया कि टेक्स्ट्स एक महीने में तैयार हो जाएंगे और उसके तुरंत बाद प्रिंटिंग के लिए भेज दिया जाएगा। पुस्तकों को अप्रैल 2018 में एकडेमिक सेशन शुरू होने से पहले मार्च तक स्कूलों और लोगों तक डिलेवर कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया, "कोई भी छात्र या व्यक्ति अपना ऑर्डर दे सकता है और हमने अाॅर्डर प्राप्त करना शुरू कर दिया है। पुस्तकें डाक से डिलेवर की जाएंगी, क्योंकि ये दूर-दराज के इलाकों में भी भेजी जानी हैं।"
अगले साल के लिए काउंसिल को अपनी वेबसाइट पर अभी तक 2 करोड़ से ज्यादा पुस्तकों का ऑर्डर मिल चुका है। NCERT के निदेशक हृषिकेश सेनापति ने बताया कि उनको पुस्तकों की ज्यादा मांग की उम्मीद है, "हम यह मानकर चल रहे हैं कि सभी सीबीएसई स्कूल पुस्तकों का ऑर्डर देंगे जिससे इस साल करीब 13 करोड़ पुस्तकों की मांग होगी।"
Created On :   17 Sept 2017 12:37 PM IST