राज्यसभा का बजट सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, 120 घंटे बर्बाद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राज्यसभा में बजट सत्र की कार्यवाही शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। दो चरणों में चले बजट सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने से पहले सभापति वैंकया नायडू ने अपने पारंपरिक संबोधन में कहा कि सदन अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में विफल रहा है। उन्होंने कहा कि एक बिल के अलावा कोई भी बिल पारित नही हो सका।
120 घंटे बर्बाद
बजट सत्र का दूसरा चरण विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामें की भेंट चढ गया। पीएनबी घोटाला, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग, कावेरी जल विवाद सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण पांच मार्च से शुरू हुए बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार गतिरोध बना रहा। इस वजह से सरकारी विधेयक तो क्या बजट के महत्वपूर्ण अंग, वित्त विधेयक पर भी उच्च सदन में चर्चा नहीं हो सकी इस पर खेद जताते हुए सभापति ने कहा कि इसके कारण कुल 120 घंटे बर्बाद हो गए और इतने महत्वपूर्ण समय में महज 45 घंटे ही सदन में कामकाज हो सका। लोगों की चिंताओं और अपेक्षाओं को पूरा करने में हमारा योगदान ना के बराबर रहा। इसलिए सत्ताधारी पार्टी के साथ विपक्ष को भी मिलकर यह सोचने की जरुरत है कि खोने वाली इस स्थिति को बदलकर दोनों के लिए स्थिति फायदेमंद कैसी हों।
ग्रेच्युटी भुगतान संशोधन विधेयक पारित
सभापति ने कहा कि ग्रेच्युटी भुगतान संशोधन विधेयक को बिना चर्चा के पारित करने के अलावा सदन में कोई विधायी कार्य नही हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण कानून के बारे में एक फैसला सुनाया था, इसके परिणास्वरुप देश में उभरी जनधारणा के चलते आंदोलन हुए। लेकिन सदस्यों ने इस पर भी चर्चा नही होने दी। मै इस बात पर गौर करके दुखी हूं कि इस महत्वपूर्ण संसदीय संस्थान और इसकी जिम्मेदारी के जनादेश के प्रति असम्मान और गंवाये गए अवसरों के कारण यह सत्र व्यर्थ चला गया।
Created On :   6 April 2018 11:50 PM IST