केंद्रीय मंत्री सिंधिया बोले : सरकार ने फंसे नागरिकों को वापस लौटाने का लिया संकल्प

250 Indians returned home from Bucharest
केंद्रीय मंत्री सिंधिया बोले : सरकार ने फंसे नागरिकों को वापस लौटाने का लिया संकल्प
बुखारेस्ट से 250 भारतीय स्वदेश लौटे केंद्रीय मंत्री सिंधिया बोले : सरकार ने फंसे नागरिकों को वापस लौटाने का लिया संकल्प
हाईलाइट
  • 250 भारतीय नागरिकों को लेकर एआई-192 दूसरी उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पहुंच चुकी है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। युक्रेन रूस के बीच छिड़ी जंग के कारण युक्रेन में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। रविवार तड़के बुखारेस्ट से 250 भारतीय नागरिकों को लेकर एआई-192 दूसरी उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पहुंच चुकी है। इस दौरान केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने बुखारेस्ट (रोमानिया) के रास्ते यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए भारतीय नागरिकों का दिल्ली हवाईअड्डे पर स्वागत किया।

हालांकि जिस वक्त दिल्ली में एयर इंडिया की फ्लाइट लैंड की ,उसके कुछ देर बाद ही बुडापेस्ट (हंगरी) से 240 भारतीय नागरिकों को लेकर ऑपरेशन गंगा के तहत तीसरी उड़ान दिल्ली के लिए रवाना हो गई है।

दिल्ली हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज बड़ी राहत है, हमारे बच्चे वापस सुरक्षित लौट आये है, प्रधानमंत्री की सोच और विचारधारा के कारण जितने भी बच्चे युक्रेन में फंसे हुए थे, उन्हें सुरक्षित वापस लौटाने का संकल्प लिया हुआ है। उसी संकल्प के तहत ऑपरेशन गंगा से शुरुआत हुई है। कल दो फ्लाइट और आ रही हैं, एक बुडापेस्ट (हंगरी) और एक बुखारेस्ट रोमानिया से आ रही है।

जब तक भारत का आखिरी नागरिक युक्रेन से नहीं लौट आएगा, तब तक यह सफर निरंतर जारी रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ बात की है, भारत सरकार रूस की सरकार के साथ भी बात कर रही है। युक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे सतीश कुमार रविवार सुबह जब दिल्ली हवाईअड्डे पहुंचे तो उनकी आंखें नम हो गई। उन्होंने बताया कि हम रोमानिया बॉर्डर के करीब थे इसलिए हम जल्दी निकल आए लेकिन हालात बेहद खराब हैं। मेरे अन्य साथी अभी भी फंसे हुए हैं लगातार धमाके हो रहे हैं।

यूपी निवासी कोमल सिंह ने बताया कि, ईस्टर्न पार्ट में हालात बेहद खराब हैं और डर का माहौल बना हुआ है। रोमानिया बॉर्डर ने हमें इजाजत दी उधर से आने के लिए। वहीं यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों में डर का माहौल है। हमें एक बस के माध्यम से एयरपोर्ट तक ले जाया गया, कुछ किलोमीटर तक हम पैदल चले। फिर जाकर हम यहां तक पहुंच सके हैं। युक्रेन में दुकानें बंद है, खाने की सामग्री मिलना मुश्किल हो गया है। सभी फंसे हुए लोग ज्यादा से ज्यादा सामान को इखट्ठा कर रहे हैं।

दूसरी ओर भारतीय छात्रों को मदद करने के लिए कई राज्यों ने अपनी हेल्प डेस्क लगाई और अपने अपने राज्य के छात्रों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए उन्हें सुविधा मुहैया कराई। दिल्ली हवाई अड्डे पर तमिलनाडु, तेलंगाना, बिहार, असम, राजस्थान और यूपी राज्य की हेल्प डेस्क लगाई गई है। जानकारी के अनुसार, करीब 14 से 15 हजार नागरिक युक्रेन में थे, बीते कल की दो फ्लाइट और आज की दो फ्लाइट में कुल हजार बच्चों को वापस लौटाया जा चुका है। करीब 13 हजार नागरिकों को निकाला जाना बाकी है।

इसके अलावा दिल्ली हवाई अड्डे पर कई छात्रों के परिजन उनके इंतजार में खड़े रहे और अपने बच्चों को देख भावुक भी हुए। सभी छात्राओं के परिजनों ने भगवान और सरकार का शुक्रगुजार किया कि उनके बच्चों को सही सलामत वहां से निकाल लिया गया है।

आईएएनएस

Created On :   27 Feb 2022 4:30 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story