रेप के आरोप में सेना के 4 जवानों पर FIR, 4 साल तक बनाया हवस का शिकार
- गूंगी-बहरी महिला से रेप करने वाले सेना के चार जवानों के खिलाफ FIR
- चार से पुणे अस्पताल में महिला के साथ कर रहे थे रेप
- महिला ने एनजीओ की मदद से आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
डिजिटल डेस्क, पुणे। आर्मी के चार जवानों के खिलाफ पुणे पुलिस ने रेप केस दर्ज किया है। चारों के खिलाफ एक गूंगी-बहरी महिला से चार साल तक रेप करने का आरोप लगा है। 30 वर्षीय पीड़िता खडकी के अार्मी हॉस्पिटल में काम करती है। आरोपी जवानों ने चार साल तक महिला को यही अपनी हवस का शिकार बनाया था। इस मामले में पुलिस जांच के अलावा सेना मुख्यालय ने चारों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया है।
NGO की मदद से पकड़े गए आरोपी
जवानों की हवस का शिकार बनी महिला ने इंदौर के एक एनजीओ की मदद से आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। बोलने-सुनने में असक्षम महिला ने एनजीओ से संपर्क किया। एनजीओ ने विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र पुरोहित की मदद से इशारों में पीड़ित महिला के बयान दर्ज किए। ज्ञानेंद्र महिला के साथ पुणे आए और हॉस्पिटल के कमांडेंट से चारों जवानों की शिकायत दर्ज कराई। सोमवार को महिला ने इंदौर के डीआईजी हरि नारायणचारी मिश्रा से संपर्क किया।
रात में कई बार होता था रेप
पीडि़त महिला ने एनजीओ और पुलिस की टीम को बताया कि वह जुलाई 2014 में सेना हॉस्पिटल में काम कर रही थी। उसकी नाइट शिफ्ट थी और उसी दौरान एक जवान ने वॉर्ड के टॉयलेट में उसके साथ रेप किया था। महिला का दावा है कि उसने अपने उच्चाधिकारी और नर्सिंग असिस्टेंट को मेसेज भेजकर इसकी शिकायत की, लेकिन इस मामले पर एक्शन लेने की बजाए उलटा उच्चधिकारी ने महिला के साथ रेप कर दिया। महिला का आरोप है उच्चधिकारी ने उसे ब्लैकमेल किया कि अगर वह उनके साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाएगी तो वे उसका भेजा गया मेसेज वायरल कर देंगे। दोनों आरोपी दो अन्य जवानों के साथ मिलकर उसका रेप करने लगे। उन लोगों ने चार साल तक उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। महिला ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा, कि सभी आरोपी रात में बारी-बारी से उसका कई बार रेप करते थे। गूंगी-बहरी होने की वजह से महिला अपने साथ होने वाले इस अत्याचार के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकी।
अश्लील वीडियो बनाकर किया ब्लैकमेल
मामले की जांच कर रहे सीनियर इंस्पेक्टर राजेंद्र मोहिते ने बताया कि दो जवानों ने महिला के साथ रेप करने के दौरान वीडियो क्लिप भी बनाई और फिर उसे वीडियो क्लिप के जरिए ब्लैकमेल करने लगे। महिला का आरोप है कि उसने अपने अन्य अधिकारियों को इसकी शिकायत की लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
बार-बार कहने पर भी नहीं लगाई नाइट शिफ्ट
महिला ने बताया कि उसके पति की मौत हो चुकी है। उसे पति की जगह नौकरी मिली थी। उसका एक 12 साल का बेटा है। उसने बार-बार होने वाले रेप से बचने के लिए अधिकारियों से अनुरोध किया कि उसकी ड्यूटी दिन में लगाई जाए लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। किसी भी प्रकार की मदद न मिलने पर मजबूरन महिला को आरोपियों की हवस का शिकार होना पड़ा।
सेना मुख्यालय ने दी आरोपियों की जानकारी
सेना मुख्यालय ने पुणे पुलिस को बताया कि दो मुख्य आरोपी जवान आर्मी मेडिकल कोर के हैं। उस दौरान वे हॉस्पिटल में कोर्स कर रहे थे। अभी एक कश्मीर में और दूसरा लखनऊ के सैन्य बेस में तैनात है। दो अन्य आरोपियों में से एक अभी भी हॉस्पिटल में काम कर रहा है और दूसरा पुणे से ट्रांसफर कर दिया गया है। सैन्य अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए गए हैं। छह अधिकारियों की एक कमिटी गठित की गई है। इसमें एक महिला अधिकारी भी हैं। कमिटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने के बाद विभाग आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
Created On :   17 Oct 2018 12:33 PM IST