इस शख्स ने की 20 शादियां, प्रापर्टी के लिए पत्नी को बना लेता था बहन
@प्रशांत बहादुरे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रापर्टी के लिए अपने पति का विवाह करवाने की स्टोरी अक्सर फिल्मों में दिखाई जाती है लेकिन शहर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक महिला ने प्रापर्टी के लिए अपने पति का 20 विवाह करवा दिया। संपति हथियाने के लिए यह महिला अपने ही पति की बहन बन गई। पुलिस आयुक्त तक पहुंची पीड़ितों की शिकायत में यह दावा किया गया है। इसमें कितनी सच्चाई है पुलिस इसकी जांच अपने स्तर पर दो दिन से कर रही है। हालांकि आरोपी दंपति के प्रकरण दर्ज करने के पहले पुलिस ठीक से जांच कर लेना चाहती है।
इस मामले में जांच कर जल्द ही खुलासा करने की बात पुलिस आयुक्त ने कही है। प्रकरण का खुलासा होने पर कई चौंकाने वाली बातें सामने आने की संभावना जताई जा रही है। यह प्रकरण मानकापुर की एक पीड़ित विधवा महिला को विवाह पश्चात संदेह होने के बाद फेसबुक पर एक्टिव होने पर सामने आने की चर्चा है। सोमवार को पीड़िता कुछ महिलाओं के साथ पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम से मिलीं और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग उनसे की।
नाम बदलकर दो साल पहले फंसाया था महिला को
पुलिस आयुक्त के समक्ष मानकापुर निवासी पीड़ित महिला ने कुछ इस तरह अपनी कहानी बयां की। उसने बताया कि, 12 दिसंबर 2014 को लंबी बीमारी के चलते पति का देहांत हुआ। उसे दो बेटियां हैं। पति के गुजर जाने से मन में असुरक्षा की भी भावना के चलते उसने बेटियों से सहमति लेकर दूसरी शादी का करने का फैसला लिया। ‘सेकंड शादी डाट कॉम’ नामक साइट पर अपनी शादी का विज्ञापन दिया। करीब पंद्रह-बीस दिन बाद अजय कुंभारे उर्फ आकाश अग्रवाल नामक व्यक्ति का उसे फोन आया।
आकाश ने उसे बताया कि उसकी फैक्टरी है। पत्नी स्मिता एचडीएफसी बैंक में प्रबंधक है, लेकिन बीमारी के कारण वह औलाद का सुख नहीं दे सकती। फोन पर चर्चा के दौरान एक दिन आकाश ने उसे स्मिता की मौत होने की बात कही और कुछ दिन बाद ही आकाश अचानक उसके घर सविता नामक महिला के साथ पहुंचा, जिसे उसने बहन बताया था। शादी का प्रस्ताव रखने पर मैं तैयार हो गई। पिछले दो सालों से हम साथ रहने लगे।
धीरे-धीरे रंग बदलने लगा
पीड़िता ने बताया कि शुरुआती दौर में विश्वास जीतने के लिए आकाश ने उसकी दोनों पुत्रियों को भरपूर प्यार दिया। बाद में धीरे-धीरे अजय ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया और एक दिन मौका पाकर अजय घर से पांच लाख रुपए नकद और सोने के आभूषण गायब कर दिए। इस बारे में अजय को पूछा तो उसने फैक्टरी में काफी नुकसान होने की बात कही और फैक्टरी ठीक-ठाक चलने पर फिर से गहने बना देने का वादा किया।
फेसबुक फ्रेंड से सच्चाई जानकर पैरों तले खिसक गई जमीन
अजय की इस करतूत के बाद अजय कुछ बदल सा गया। संदेह होने पर पीड़ित महिला ने अजय के बारे में जानकारी हासिल करना शुरू किया। अजय के परिचित नीलेश नामक व्यक्ति को फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। उसके बाद उसे मिलने के लिए अपने घर बुलाया। नीलेश के मुंह से अजय की सच्चाई जानकर पीड़ित महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल वर्ष 2006 में एक बिल्डर की फर्म की आड़ में भी अजय कई लोगों को चूना लगा चुका है। शादी के लिए जिसे बहन बताया वह उसकी बहन नहीं बल्कि पत्नी होने का दावा नीलेश ने किया।
विधवा व तलाकशुदा को बनाता है निशाना
नीलेश ने यह भी बताया कि अजय अब तक करीब 20 शादियां कर चुका है और यह शादियां कोई और नहीं बल्कि उसकी पत्नी सविता ही करा देती है। बाद में महिला की संपति गबन कर उसे छोड़ देता है और उसके बाद फिर एक नये शिकार की खोज में दोनों जुट जाते हैं।
पीड़िता का मकान भी बेच दिया
ताजा प्रकरण में मानकापुर निवासी पीड़िता का मकान भी अजय बेच चुका है। इसका महिला को रुपया भी नहीं मिला है। अजय और सविता के अलावा प्रकरण में अन्य लोगों की भी लिप्तता होने की बात कही जा रही है।
शादी के विज्ञापन देखकर करते हैं संपर्क
अजय और सविता अखबारों और आनलाइन विज्ञापनों के जरिए महिलाओं को फांस लेते हैं। इसके पूर्व महिला के संबंध में उसकी संपत्ति और अन्य जानकारी भी हासिल कर लेते हैं।
नागपुर शहर पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम ने कहा है कि घटित प्रकरण के बारे में अभी मै कुछ बोल नही सकता। इसके बारे में जांच जारी है।
Created On :   14 March 2018 12:00 PM IST