चीन से सटे 3200 मीटर ऊंचे बर्फीले पहाड़ पर मिला रीवा का युवक

A man of rewa mp found from chines Snowy mountain of 3200 meters high
चीन से सटे 3200 मीटर ऊंचे बर्फीले पहाड़ पर मिला रीवा का युवक
चीन से सटे 3200 मीटर ऊंचे बर्फीले पहाड़ पर मिला रीवा का युवक

डिजिटल डेस्क, रीवा। चीन की सीमा से सटे समुद्रतल से करीब 3200 मीटर की ऊंचाई पर रीवा जिले के एक युवक के मिलने से वहां की स्थानीय पुलिस भी हैरत में पड़ गई है और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस और ITBP को इस बात का आश्चर्य हो रहा है कि पिथौराबाद के इस निर्जन पांछू गांव में आखिर रीवा का युवक पहुंचा कैसे? यहां जाने के लिए 67 किलोमीटर तक पैदल चलना और पहाडियां चढ़ना पड़ता है।

दुर्गम इलाके में पहुंचना बेहद कठिन
ITBP (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के अनुसार, निर्जन से इस गांव में रहने वाले चंद ग्रामीण शीत का मौसम शुरु होने से पहले ही इलाके को छोड़ कर चले जाते हैं और अप्रैल के बाद ही आते हैं। पिथौरागढ़ जिले की मुनस्यारी तहसील से पांछू गांव तक पहुंचने के लिए 67 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इस गांव की ऊंचाई समुद्रतल से 3200 मीटर की है जहां तक सर्दी के मौसम में युवक का पहुंचना संदेहजनक स्थितियां पैदा कर रहा है।

हेलीकॉप्टर ही है तहसील तक का सहारा
पिथौरागढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय जोशी के अनुसार, शनिवार को ITBP क्षेत्र में गश्त लगाते हुए गांव पहुंची तो एक मकान में युवक नजर आया। पुलिस की पूछताछ में युवक ने अपना नाम लल्लू आदिवासी, पुत्र नर्मदा आदिवासी ग्राम चौदास, जिला रीवा(मध्य प्रदेश) बताया है। एसएसपी ने बताया लल्लू काफी बीमार है और उसका उपचार कराया जा रहा है। अभी यह पता नहीं चला है वह गांव कब पहुंचा। लल्लू को ITBP की मिलम चौकी में रखा गया है। ITBP सूत्रों के अनुसार, हिरासत में लिए गए शख्स को मुनस्यारी पहुंचाना चुनौती बना हुआ है। पैदल मार्ग बर्फ से ढका होने के कारण जिला प्रशासन से हेलीकॉप्टर की मांग की गई।

चार माह तक कैसे जिंदा रहा?
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, इस क्षेत्र में सिर्फ पर्यटन के मौसम में ही बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश मान्य है। नवंबर तक यहां के ग्रामीण भी गांव को छोड़कर चले जाते हैं। सुरक्षा की नजर से संवेदनशील होने के कारण ITBP के जवानों की यहां पर नजर बनी रहती है। दिसंबर से इस गांव तक पहुंचने के सारे रास्ते भी भारी बर्फबारी के कारण बंद हो चुके हैं। ऐसे में यहां सिर्फ हेलीकॉप्टर तक ही पहुंचा जा सकता है। सवाल ये भी है कि लल्लू ने अगर यहां पर नवंबर में इंट्री की तो वो 4 महीनों तक जिंदा कैसे रहा आया है।

Created On :   4 March 2018 11:29 PM IST

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