अल्कोहल टेस्ट न देने पर AI के 132 पायलट पर गिर सकती है गाज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रीद ऐनालाइजर टेस्ट के लिए टाल-मटोल करते हुए हजारों लोगों की जान से खेलने वाले एयर इंडिया के 132 पायलट मुसीबत में पड़ गए हैं। अल्कोहल टेस्ट में हिस्सा नहीं लेने वाले 132 पायलटों और 434 केबिन क्रू मेंबर्स के खिलाफ नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) कार्रवाई की तैयारी में है। पायलट और सभी केबिन क्रू मेंबर्स को यह टेस्ट उड़ान भरने से पहले और बाद में जरूर देना होता है।
जानकारी के मुताबिक कथित तौर पर क्रू मेंबर्स की ओर से सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने को लेकर DGCA ने एयर इंडिया (AI) प्रबंधन को पहले ही अल्टिमेटम दिया है। DGCA के सुरक्षा नियमों के तहत सभी पायलट और केबिन क्रू मेंबर्स को विमान यात्रा से पहले और बाद में ब्रीद ऐनालाइजर टेस्ट पास करना जरूरी है। सिंगापुर, कुवैत, बैंकाक, अहमदाबाद और गोवा की कुछ फ्लाइट में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है।
2016 में 224 पायलट और क्रू मेंबर्स टेस्ट में हुए थे फेल
AI के मुताबिक वर्ष 2016 में अलग-अलग एयरलाइंस के 224 पायलट और क्रू मेंबर्स इस टेस्ट में फेल हुए थे, जबकि वर्ष 2015 में 202 पायलट और क्रू मेंबर्स ब्रीद ऐनालाइजर टेस्ट पास करने में नाकाम रहे थे। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने अभी इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। एयरक्राफ्ट रूल्स के मुताबिक फ्लाइट रवाना होने से 12 घंटे पहले क्रू मेंबर्स को शराब या किसी अल्कोहलिक ड्रिंक का सेवन करना प्रतिबंधित है।
नियमों के मुताबिक अगर कोई क्रू मेंबर ब्रीद ऐनालाइजर टेस्ट कराने से मना करता है या उसका टेस्ट पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसे फ्लाइंग ड्यूटी से 4 हफ्ते के लिए हटा दिया जाता है और एयरलाइन को उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ती है।
Created On :   5 Sept 2017 7:40 PM IST