सुंजवां के बाद श्रीनगर में CRPF आर्मी कैंप पर हमला, 1 जवान शहीद
डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए हमले को बीते एक दिन भी नहीं बीता था कि फिर से श्रीनगर में आंतकी हमले की कोशिश की गई। आतंकियों द्वारा इस हमले को अंजाम देने से पहले ही सीआरपीएफ के जवानों ने इसे नाकाम कर दिया। सोमवार सुबह श्रीनगर के करन नगर में दो आतंकी जो कि एके-47 से लैस थे, आर्मी कैंप की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन सीआरपीएफ ने देखते ही गोली चलाई जिसके बाद आतंकी भाग निकले। आतंकी एक बिल्डिंग में छिपे हुए हैं और दोनों ओर से लगातार फायरिंग की जा रही है। इस फायरिंग में सेना का एक जवान शहीद हो गया है।
आतंकियों ने यह नाकाम कोशिश श्रीनगर के SMHS अस्पताल के पास बने आर्मी कैंप पर की थी। अभी कुछ ही दिन पहले ही इसी अस्पताल पर आतंकी हमला हुआ था, जहां से आतंकी अपने एक साथी को भगाकर ले गए थे। अस्पताल के पास ही सीआरपीएफ की 23वीं बटालियन का हेडक्वार्टर है।
सुंजवां आतंकी हमले में देश के 5 जवान शहीद
आपको बता दें कि आतंकियों ने शनिवार सुबह जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर शनिवार सुबह हुए आतंकी हमले में सेना के 5 जवानों ने अपना बलिदान दे दिया। रविवार को सेना ने इस ऑपरेशन को समाप्त कर दिया गया है। इस ऑपरेशन में कुल चार आतंकियों को मार गिराया गया है। बता दें कि आतंकियों ने सुबह-सुबह हमला कर दिया था। इस हमले में शहीद हुए 50 वर्षीय सूबेदार मदन लाल चौधरी की शहादत को देश हमेशा याद रखेगा। सीने में गोली लगने के बाद भी मदन लाल अकेले ही आतंकियों से भिड़ गए और अपनी अंतिम सांस तक देश के लिए लड़ते रहे। मदन लाल ने अपने जीवन का दान कर परिवारों को सुरक्षित किया।
दुश्मनों से अकेले ही लड़ते रहे मदनलाल
सूबेदार मदनलाल चौधरी घायल के सीन में आतंकियों की एके-47 की गोलियां धंसी थी और वे फिर भी अकेले ही निहत्थे लोहा लेते रहे। आतंकियों ने सेना के फैमिली क्वार्टर पर हमला किया था, उस दौरान मदनलाल का परिवार भी वहीं था। सूबेदार का परिवार अपने किसी रिश्तेदार की शादी के लिए सामान की खरीदारी करने आया था। गोलीबारी में मदनलाल चौधरी की 20 वर्षीय बेटी नेहा के पैर में गोली लगी, उनके अलावा परिवार के कुछ सदस्यों को मामूली चोट भी आई हैं।
उनके भाई सुरिंदर चौधरी ने कहा कि हमें अपने भाई पर गर्व है, जिन्होंने लोगों की जान बचाने के लिए अपनी जान दे दी और आतंकियों के मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिए। बता दें कि इस हमले में कुल 5 जवान शहीद हुए हैं, जिनमें दो जेसीओ भी शामिल हैं। इनके अलावा एक जवान के पिता की भी इस हमले में मौत हुई है और कुछ लोग घायल भी हुए। सेना ने सभी चार आतंकियों को मार गिराया, जिनके पास से जैश के झंडे बरामद हुए।
Created On :   12 Feb 2018 9:29 AM IST