आरएसएस की बैठक में बड़े पदाधिकारियों से मिले अमित शाह, चुनाव के लिए मांगा समर्थन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आरएसएस से लोकसभा चुनाव में उनका समर्थन मांगा है। शाह ने आरएसएस से यह मदद लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा होने के कुछ घंटे पूर्व मांगी। बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार से शुरू हुई जो रविवार तक चली। यह सभा ग्वालियर के केदारधाम में सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित हुई। शनिवार को इस बैठक में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह शामिल हुए। उन्होंने बैठक में पहुंचे आरएसएस और इसके विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों से मुलाकात की और संघ से समर्थन मांगा। रविवार को भैयाजी जोशी के बयान से समर्थन मांगे जाने की बात सामने आई।
हमसे भी समर्थन मांगा
अमित शाह द्वारा समर्थन मांगे जाने के सवाल पर आरएसएस सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने मीडिया को बताया कि एक राजनीतिक दल के नेता के रूप में सभी से समर्थन मांगना शाह का काम है। जोशी ने कहा, उन्होंने हमसे भी समर्थन मांगा है। हम एक सामाजिक जीवन में हैं। वे एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव में संघ की भूमिका निश्चित है। वहीं एक अन्य आरएसएस पदाधिकारी ने बताया कि शाह ने बैठक में पिछले एक साल में देश भर में पार्टी के संगठनात्मक विस्तार के बारे में बात की।
सरकार की सराहना करनी चाहिए
पत्रकारवार्ता के दौरान सरकार्यवाहक भैयाजी जोशी ने राम मंदिर पर कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर सरकार की प्रतिवद्धता पर कोई शक नहीं है। उन्होंने पुलवामा घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पुलवामा अटैक के बाद सरकार ने सेना के माध्यम से दूसरे देश को अपनी शक्ति का अहसास कराया है, इसलिए सरकार की सराहना करनी चाहिए।
मान्यताओं का सम्मान करना चाहिए
भैयाजी जोशी ने न्यायालय पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जिस दिन न्यायालय ने कहा था कि राम मंदिर का विषय उनकी प्राथमिकता में नहीं है, यह वक्तव्य हिन्दू समाज की भावनाओं का अपमान करने वाला था। हमारी न्यायालय से अपेक्षा है कि इस सम्बंध में शीध्र सुनवाई कर निर्णय दें। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं को सामाजिक परम्पराओं,मान्यताओं का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने संविधान को लेकर कहा कि संविधान महत्वपूर्ण है, लेकिन समाज जीवन केवल संविधान पर नहीं चल सकता है।
इन तीन बातों पर काम करेगा आरएसएस
इस साल आरएसएस तीन बातों को लेकर काम करेगा, जिसमें आजाद हिंद फौज की 75वी वर्षगांठ मनाई जाएगी, दूसरा जलियावाला हत्याकांड की घटना को स्मरण करेंगे, तीसरा गुरुनानक जयंती को बनाई जाएगी।
Created On :   11 March 2019 12:54 PM IST