तेलंगाना में किसानों की आत्महत्या के लिए केसीआर जिम्मेदार- अमित शाह
- अमित शाह रविवार को तेलंगाना पहुंचे।
- तेलंगाना में शाह ने विभिन्न जगहों पर विशाल जनसभा को संबोधित किया।
- शाह ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर जमकर निशाना साधा।
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह इन दिनों तीन चार राज्यों में चुनाव के मद्देनजर ताबातोड़ रैलियां कर रहे हैं। इसी कड़ी में शाह रविवार को तेलंगाना पहुंचे। तेलंगाना में शाह ने विभिन्न जगहों पर जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान शाह ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर जमकर निशाना साधा। शाह ने कहा कि राज्य में किसानों की आत्महत्या बढ़ी है और इसके लिए सिर्फ और सिर्फ केसीआर जिम्मेदार हैं।
शाह ने नारायणखेड़ में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "न तो TRS और न ही कांग्रेस समृद्ध तेलंगाना के सपने को महसूस कर सकती है। यह दोनों पार्टी भ्रष्टाचार और वोट बैंक राजनीति में शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केवल बीजेपी तेलंगाना के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है।"
शाह ने तेलंगाना के सीएम पर निशाना साधते हुए कहा, "केसीआर ने तेलंगाना को समय से पहले ही चुनावों में क्यों धकेल दिया? तेलंगाना में चुनाव 2019 लोकसभा चुनावों के साथ होना था। यह कुछ नहीं बल्कि केसीआर के अपने परिवार को स्थापित करने का प्रयास है। तेलंगाना सरकार ने केंद्र की कई योजनाओं को लागू नहीं किया, क्योंकि उनका मानना है कि इससे राज्य में पीएम मोदी और अधिक लोकप्रिय हो जाएंगे।"
शाह बोले, "केसीआर सरकार अपने किसी भी वादे को पूरा करने में सक्षम नहीं हुई है। 1.60 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था। इसकी जगह 2 लाख से अधिक सीट खाली हैं। तेलंगाना में करीब 4,500 किसानों ने आत्महत्या की है। इसमें से केवल केसीआर के निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 131 किसानों ने आत्महत्या की है।"
क्या बोले शाह-
- तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यकों के लिए 12% आरक्षण का प्रस्ताव दिया है। चूंकि सुप्रीम कोर्ट ने 50% सीमा निर्धारित की है, इसलिए उनका प्रस्ताव असंवैधानिक है। हम धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ हैं। बीजेपी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि यह पूरा नहीं हो।
- कांग्रेस ने 13वें वित्त आयोग में राज्य सरकार को 16,596 करोड़ रुपये दिए। दूसरी तरफ बीजेपी सरकार ने तेलंगाना को 1.15 लाख करोड़ रुपये दिए जो यूपीए द्वारा दिए गए राशि से 7 गुना अधिक है।
- केसीआर ने 17 सितंबर को हैदराबाद लिबरेशन डे के रूप में मनाने का वादा किया था। ओवैसी के डर से वह अपना वादा पूरा करने में नाकाम रहे। यदि बीजेपी राज्य में सरकार बनाती है तो हैदराबाद लिबरेशन डे हर गांव में धूमधाम से मनाया जाएगा।
- चुनाव के लिए कांग्रेस, कम्युनिस्ट और टीडीपी ने हाथ मिलाया है। कम्युनिस्टों को दुनिया भर में सरकार से बाहर निकाल दिया गया है। कांग्रेस का भी भारत में यही हाल है। वर्तमान में बीजेपी भारत का 70% से अधिक राज्यों में शासन कर रही है।
- किसी भी पार्टी ने अन्य पिछड़ी जातियों को संवैधानिक वैधता प्रदान नहीं की। केवल बीजेपी सरकार ही ऐसा करने में सक्षम हुई है।
Created On :   25 Nov 2018 6:28 PM IST