करोड़ों लूटे, अध्यादेश फाड़ा तब कहां था मनमोहन का गुस्सा : अमित शाह

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनावों में प्रचार का दौर थम चुका है, लेकिन टेलीविजन और सोशल मीडिया के माध्यम से बयानबाजी जारी है। बुधवार सुबह जहां पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने एक वीडियो के माध्यम से पीएम मोदी पर निशाना साधा, वहीं देर शाम इस वीडियो का जवाब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने तीखे तेवरों से दिया। मनमोहन सिंह द्वारा मोदी पर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को नुकसान पहुंचाने जैसे आरोपों पर पलटवार करते हुए अमित शाह ने कहा कि मनमोहन सिंह इस तरीके की बातें न करे तो ही अच्छा है। उन्होंने कहा, "मनमोहन जी को अब प्रधानमंत्री पद की गरिमा का खयाल आ रहा है, उन्हें बताना चाहिए कि वे अपने राज में इस पद की गरिमा को क्यों भूल गए थे।"
अमित शाह ने कहा, "जब मनमोहन सिंह की नजरों के सामने लाखों-करोड़ों की लूट हो रही थी और जब राहुल गांधी ने उनके कैबिनेट से पारित अध्यादेश को फाड़ दिया था, तब उनका गुस्सा कहां था। क्या तब उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय की गरिमा की चिंता नहीं थी?" एक के बाद एक ट्वीट करते हुए अमित शाह ने कहा, "पूर्व पीएम को तब गुस्सा क्यों नहीं आया, जब सोनिया गांधी ने तत्कालनी गुजरात सीएम नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर कहा। आखिर वह भी तो एक संवैधानिक पद था। उन्हें गुस्सा तब क्यों नहीं आया, जब पीएम को "नीच" कहा गया।"
अमित शाह ने यह भी कहा कि मनमोहन सिंह को इस बात का जवाब देना चाहिए कि पहले कांग्रेस इस बात से इनकार क्यों करती रही कि पाक अधिकारी के साथ बैठक हुई है और बाद में पार्टी को इस बैठक को स्वीकार क्यों करना पड़ा।
यह बोले थे मनमोहन
मनमोहन सिंह ने एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में कहा था कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भ्रामक प्रचार से बेहद दुखी हैं। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी को पद की गरिमा का सम्मान करना चाहिए और अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल देश के निर्माण में करना चाहिए। मनमोहन ने कहा था, "पीएम मोदी खुद तो बिना किसी आमंत्रण के पाकिस्तान गए और आज हमारी देशभक्ति पर सवाल उठा रहे हैं, जो सरासर गलत है। उम्मीद है कि पीएम मोदी अपने गलत बयानों को लेकर माफी मांगेंगे।"
Created On :   13 Dec 2017 10:42 PM IST