मास्टराें के नहीं आने पर स्कूल में ताला जड़ा बच्चों ने

An angry student sitting on lock in school gate
मास्टराें के नहीं आने पर स्कूल में ताला जड़ा बच्चों ने
मास्टराें के नहीं आने पर स्कूल में ताला जड़ा बच्चों ने

डिजिटल डेस्क, शहडोल। रोज-रोज शिक्षकों की लेटलतीफी से परेशान और क्लासेज में पढ़ाई नहीं होने से गुस्साएं मासूम बच्चों ने अपनी गुस्सा दिखाते हुए स्कूल के मेन गेट पर ताला लगा दिया और बैग को साइड में रखकर स्कूल के सामने पलती मारकर बैठ गये। ये घटना सोहागपुर जनपद के अरझुला गांव में संचालित Government higher secondary school की है।

गुरुवार को बच्चों के आंदोलित होने की जानकारी लगते ही संकुल प्रभारी दीपक निगम पहुंचे, जिनके समझाने के बाद बच्चों ने स्कूल का ताला खोलने दिया। आपको बता दें कि 143 स्टूडेंट्स वाले हायर सेकेण्ड्री स्कूल की अव्यवस्था को लेकर दैनिक भास्कर ने 27 जुलाई के अंक में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। इस स्कूल में प्रिंसिपल सहित तीन शिक्षक हैं और प्रिंसिपल महीने भर से अवकाश पर हैं, तो एक अन्य शिक्षक गायब हैं। तीसरे शिक्षक को शासकीय कामकाज से फुर्सत नहीं है। स्कूल शिक्षा विभाग भले ही शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सुविधा मुहैया कराने की बात कर रहा हो किन्तु मैदानी हकीकत कुछ और ही बयां  कर रही है। स्कूल में ना ही विषयवार पर्याप्त शिक्षक है और ना ही बैठने के लिए कक्ष। जुलाई माह का अंतिम सप्ताह चल रहा है और अभी तक बच्चों को पुस्तकें नहीं मिली है।

हरकत में आया विभाग

बच्चों के इस रैवये देखकर शिक्षकों के होश उड़ गए और आनन फानन में इसकी सूचना विभाग के आला अफसरों को दी गई। जिस पर करकटी संकुल प्रभारी दीपक निगम और शिक्षक यज्ञदत्त शर्मा मौके पर पहुंच कर बच्चों की मांगो को ध्यान से सुना और जल्द समस्या का समाधान करने की समझाइश देकर बच्चों को मनाया। बुधवार को विद्यालय में बच्चे बैठे रहे। क्योंकि एक भी शिक्षक नहीं आया था, करीब 3 बजे शिक्षक नेक नारायण पाठक आए और स्कूल की छुट्टी करा दी। इसके परिणाम स्वरुप आज यह कदम बच्चों द्वारा उठाया गया।

इन मांगो को लेकर जड़ा था ताला

बच्चों ने बताया कि जुलाई माह बीतने को आया है, स्कूल में ना तो हर विषय के शिक्षक हैं और ना ही बैठने की पर्याप्त व्यवस्था। इसके बाद भी शिक्षकों की मनमानी जारी है। वहीं नए बच्चों को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। इस संबंध में कई मर्तबा स्कूल मैनेजमेंट को अवगत कराया गया किन्तु स्थिति जस की तस बनी हुई है। सुचारू रूप से क्लासेज संचालित नहीं होने से बच्चों का भविष्य अंधकार में है।

इस आश्वासन पर माने

मौके पर पहुंचे संकुल प्रभारी निगम ने वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में अतिथि शिक्षकों की भर्ती शीघ्र कराने तथा पुस्तक वितरण का आश्वासन दिया, तब जाकर बच्चे माने। संकुल प्रभारी ने कहा कि अन्य व्यवस्थाएं भी दुरुस्त की जाएंगी। साथ ही अन्य नये बच्चों को एडमिशन दिए जाने का आश्वासन दिया है।

Created On :   27 July 2017 7:30 PM IST

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