आर्मी चीफ बोले- पत्थरबाजी करने वाले लोगों को आतंकवादी क्यों नहीं माना जाए?
- 72 इन्फैंट्री डे के अवसर पर रावत मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
- आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा कि पत्थरबाजी करने वाले लोगों के साथ आतंवादी जैसा बर्ताव क्यों नहीं किया जाना चाहिए।
- इस दौरान रावत ने अमर जवान ज्योती पर शहीद जवानों को श्रद्धांजली भी दी।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी की घटना कम हुई है। इसके दो दिन बाद ही एक सैनिक पत्थरबाजी का शिकार हो गया। शनिवार को इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा कि "पत्थरबाजी करने वाले लोगों के साथ आतंकवादी जैसा बर्ताव क्यों नहीं किया जाना चाहिए?" 72 इन्फैंट्री डे के अवसर पर रावत मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान रावत ने अमर जवान ज्योती पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भी दी।
मीडिया से बातचीत के दौरान बिपिन रावत ने कहा, "इस पत्थरबाजी में जिस जवान ने जान गंवाई है, वह बॉर्डर रोड टीम का हिस्सा था। वह जवान बॉर्डर की सुरक्षा कर रहा था और तब लोग कहते हैं कि पत्थरबाजी करने वालों को आतंकियों का सहयोगी (ओवर ग्राउंड वर्कर्स) नहीं समझा जाना चाहिए। हम निश्चित तौर से सैनिक पर पथराव करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।"
बता दें कि पत्थरबाजी में शहीद हुए जवान राजेंद्र सिंह 2016 में सेना में भर्ती हुए थे। राजेंद्र सेना में क्वीक रिएक्शन टीम (QRT) का हिस्सा थे, जो कि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन को गार्ड कर रहे थे। गुरुवार को गार्ड करने के दौरान NH-44 पर कुछ लोगों ने सेना की गाड़ी पर पत्थरबाजी की। इसमें से एक पत्थर राजेंद्र सिंह के सर में लगा और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पत्थरबाजी करने वाले लोगों के खिलाफ FIR भी दर्ज की है।
जनरल रावत ने पाकिस्तान पर भी जमकर हमला बोला। जनरल रावत ने कहा, "पाकिस्तान आतंकियों को जानबूझकर भारतीय सीमा में भेज रहा है, ताकि वह कश्मीर के मुद्दे को गर्म रख सके। पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में हो रहे विकास को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है और इसे रोकने में लगा है, लेकिन भारत और जम्मू-कश्मीर मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं और किसी भी मुश्किल का सामना करने में सक्षम हैं। हम कोई भी ऑपरेशन करने में पूरी तरह सक्षम हैं।"
जनरल रावत ने कहा, "पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में जानबूझ के इस तरह की हिंसा भड़का रहा है। वहीं दूसरी तरफ भारत-पाकिस्तान सीमा पर घुसपैठियों को भी तैनात कर रखा है। पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर टेरर कैंप्स बना रखे हैं, जिसमें पाकिस्तानी सेना की भी मिली-भगत है, लेकिन भारतीय सेना उनके मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देगी।"
Created On :   27 Oct 2018 7:00 PM IST