इंडियन आर्मी को मिलेंगे पोर्टेबल स्टील बंकर, ये हैं खासियत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय सेना अब ऐसे बंकर बनाएगी जो पोर्टेबल होने के साथ-साथ बुलेटप्रूफ भी होंगे। यह बंकर स्टील के होंगे। पत्थर और मिट्टी के परंपरागत बंकरों की जगह स्टील के बंकरों का इस्तेमाल जवानों की सुरक्षा के लिहाज से ज्यादा बेहतर साबित होगा। इन बंकरों पर गोलियों का कोई असर नहीं होगा। सेना की योजना पाकिस्तान और चीन की चुनौतियों का मुकाबले करने वाले सैनिकों को अधिक से अधिक सुरक्षित करने का है। सेना के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इसी को ध्यान में रखते हुए इन बंकरों के निर्माण की पहल की जा रही है।
नए बंकरों से मिलेगी जवानों को सुरक्षा
नए बंकरों के निर्माण का उद्देश्य सुरक्षा मानकों को और मजबूत करना है। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा मात्रा में बुलेटप्रूफ सामान का प्रयोग किया जाएगा, जिनमें जैकेट और गाड़ियां भी शामिल हैं। सेना के इस कदम के पीछे सुरक्षा व्यवस्था को और चाक-चौबंद करने के साथ-साथ सेना को स्थानीय जरूरतों के अनुसार तैयार करना है। विदेशी उपकरणों पर निर्भरता कम कर सेना को घरेलू हालात में और मजबूत बनाना ही इस पहल का मकसद है। इस समय सेना में दो तरह के बंकर इस्तेमाल किए जाते हैं। पत्थर और मिट्टी वाले बंकर मजबूती के लिहाज से ठीक नहीं होते। दुश्मन की तरफ से आक्रमण होने की स्थिति में ऐसे बंकर जल्दी ध्वस्त हो जाते हैं। दूसरे बंकर स्टील के होते हैं, जिनके निर्माण में अधिक मुश्किल आती है। आक्रमण की सूरत में स्टील बंकर में ऐसे छेद नहीं होते जिनसे गोली चलाई जा सके। भारतीय सेना ने बंकरों की सुरक्षा का मुद्दा अपनी समस्याओं से संबंधित जारी बयान में उठाया था। सुझाव के तौर पर सेना ने हल्के मैटिरियल से बनने वाले मजबूत बंकरों की सिफारिश की थी।
पोर्टेबल बंकरों को बनाना होगा आसान
पोर्टेबल बंकर को दुश्मन की तरफ से होने वाले आक्रमण की स्थिति में आसानी से बनाया जा सकता हैं। इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना भी आसान होता है। सेना का मानना है कि "लेगो टॉय" (ऐसे खिलौने जिन्हें जोड़कर कई बार बनाया जा सकता है) की तरह हल्के वजन वाले बंकर अधिक सुरक्षित साबित होंते हैं। सेना की तरफ से मॉड्यूलर बंकरों की मांग की गई है, क्योंकि ऐसे बंकर किसी भी दिशा के अनुसार आसानी से अडजस्ट किए जा सकते हैं। हाल ही में कोयटंबूर की अमृता यूनिवर्सिटी ने एक ऐसे बंकर मॉडल का निर्माण किया है, जिसमें हल्के स्टील का इस्तेमाल किया गया है और बीच में प्लाइवुड का इस्तेमाल किया गया है। एक उच्च पदस्थ सैन्य अधिकारी ने बताया कि इस मॉडल को रिसर्च मॉडल के तौर पर शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि बुलेटप्रूफ बंकर के लिए फिलहाल कोई आश्वासन नहीं मिला है।
Created On :   16 Oct 2017 11:22 PM IST