प्रैक्टिस के दौरान तीरंदाज की गर्दन में जा धंसा तीर

arrow pierces neck of 14 year old archer at sai centre
प्रैक्टिस के दौरान तीरंदाज की गर्दन में जा धंसा तीर
प्रैक्टिस के दौरान तीरंदाज की गर्दन में जा धंसा तीर

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। एक 14 वर्षीय तीरंदाज उस समय बाल बाल बच गई जब प्रैक्टिस के दौरान एक तीर उसकी गर्दन के दाईं हिस्से को छूता हुआ आर-पार निकल गया। तीर लगने से तीरंदाज की गर्दन पर जख्म हुआ है लेकिन तीर उसकी सांस नली से होकर नहीं गुजरा नहीं तो उसकी जान भी जा सकती थी। दरअसल तीरंदाज फाजिला खातून सोमवार सुबह तीरंदाजी का अभ्यास कर रही थी उसी वक़्त ये हादसा हुआ। फिलहाल उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। रिपोर्ट के अनुसार साथी तीरंदाज ज्वेल शेख का गलती से चला तीर फाजिला को लगा था। 

साई के क्षेत्रीय निदेशक एमएस गोइंडी ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा, "निशाना लगाने को लेकर कडे़ निर्देश दिए गए हैं कि जब तीरंदाज तीर एकत्रित करने गया हो तो तब कोई निशाना नहीं लगाएगा। उनके वापस अपनी जगह पर लौटने के बाद ही अगले दौर के निशाने लगाए जाते हैं। गोइंडी ने कहा, मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि भविष्य में ऐसी कोई घटना नहीं घटे।"

फाजिला रिकर्व की युवा तीरंदाज है। वह उन 23 प्रशिक्षुओं में शामिल है, जिन्हें जुलाई में जिला प्रतियोगिताओं में ट्रायल के बाद साइ केंद्र के लिए चुना गया था। वह अगले महीने होने वाले अंतर साइ टूर्नमेंट के लिए तैयारियां कर रही थी।

Created On :   30 Oct 2017 8:14 PM IST

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