राम मंदिर पर बोले सरकार्यवाहक भैयाजी, कहा- मंदिर निर्माण में हुई देरी तो फिर होगा विध्वंस
- राममंदिर निर्माण पर होगा 1992 विध्वंस की तरह आंदोलन- सरकार्यवाहक भैयाजी जोशी
- 29 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर कहा था कि हम इसपर अब जनवरी में सुनवाई करेंगे।
- सुप्रीम कोर्ट ने हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई- भैयाजी जोशी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राममंदिर निर्माण को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाहक भैयाजी जोशी ने शुक्रवार को कहा कि जरुरत पड़े तो फिर से 1992 विध्वंस की तरह राम मंदिर के लिए आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा, कि लंबे समय से देश के हिन्दुओं को राम मंदिर के निर्माण का इंतजार है। सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर अब तक जो फैसला दिया है उससे हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा , कि राम मंदिर को लेकर 30 साल से आंदोलन चल रहा है और कोर्ट को हिन्दुओं की भावनाओं को ख्याल रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें भरोसा है कि आगे कोर्ट हिन्दुओं को भावनाओं को ध्यान रखेगा। उन्होंने आगे कहा, कोर्ट की इस टिप्पणी से हिंदू समाज अपमानित महसूस कर रहा है। हम अदालत से विनती करते हैं कि वह इस पर फिर से विचार करे। हिंदू भावना और आस्था का ख्याल रखे।
संघ की बैठक में भैयाजी जोशी ने कहा, कि हमें अपेक्षा है कि भव्य राम मंदिर बनेगा और कोर्ट में भावनाओं का ध्यान रखते हुए ही फैसला देगा। उन्होंने कहा कि कोर्ट से अपेक्षा काफी लंबी हो चुकी हैं, मामले को सुप्रीम कोर्ट में भी 7 साल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि 3 जजों की बैंच के गठन के बाद हमें फैसले की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। जोशी ने राम मंदिर पर अध्यादेश की उठ रही मांगों पर कहा कि अध्यादेश जिनको मांगना है वो मांगें, ला सकते हैं कि नहीं वो निर्णय सरकार को करना है। उन्होंने कहा कि सरकार या बीजेपी पर दबाव की बात नहीं है, यहां आपसी सहमति जरूरी है। उन्होंने कहा कि राम सबके हृदय में रहते हैं पर वो प्रकट होते हैं मंदिरों के द्वारा। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं मंदिर बने।
गौरतलब है कि 29 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर कहा था कि हम इसपर अब जनवरी में सुनवाई करेंगे। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा था, हमारी अपनी प्राथमिकताएं हैं. मामला जनवरी, फरवरी या मार्च में कब आएगा, यह फैसला उचित पीठ को करना होगा। साफ है कि अयोध्या मामले का निर्णय 2019 लोकसभा चुनाव से पहले होना मुश्किल है।
Created On :   2 Nov 2018 3:14 PM IST