जिन्ना की तस्वीर पर बाबा रामदेव का मुस्लिमों को सलाह
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में चल रहे जिन्ना तस्वीर विवाद पर एक के बाद एक बयान सामने आ रहे हैं। पार्टी से बाहर चल रहे कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बाद, योग गुरु रामदेव बाबा ने जिन्ना पर बयान दिया है। मुस्लिम धर्म का नियम बताते हुए बाबा ने कहा "जब तस्वीर और मूर्ती की मान्यता ही नहीं तो फिर विवाद क्यों बढ़ा रहे हो।
बिहार के नालंदा में योग सत्र के आयोजन में पहुंचे बाबा रामदेव ने जिन्ना तस्वीर विवाद पर भी बातें की। बाबा के अनुसार जिन्ना कभी भी उन लोगों के आदर्श नहीं हो सकते जो देश में अखंडता और एकता के समर्थक हैं, जब मुस्लिम धर्म में तस्वीर और मूर्ती पर भरोसा ही नहीं किया जाता तो वह चिंतित क्यों हैं। उन्होंने कहा कि जिन्ना आजकल बहुत ज्यादा मीडिया की सुर्खियां बटोर रहे हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के हॉल में लगी जिन्ना की तस्वीर विवाद का असल कारण है। दरअसल अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम ने यूनिवर्सिटी के कुलपति को लिखे पत्र में जिन्ना की तस्वीर को भारत की शिक्षण संस्था में लगाए जाने पर सवाल किया था, जिसके जवाब में कुलपति तारिक मंसूर ने कहा था कि संस्था के परंपरानुसार यहां प्रसिद्द राजनेता, समाजसेवी और शिक्षा के क्षेत्र में महान लोगों को सदस्य बनाया जाता है और आजीवन सदस्य की तस्वीर यहां लगाई जाती है। मंसूर ने बताया कि जिन्ना इस विश्वविद्यालय के संस्थापक समिति के सदस्य थे और उन्होंने विश्वविद्यालय के लिए दान भी दिया था। जिन्ना यहां पर 1938 में छात्र संघ के आजीवन सदस्य बने गए थे।
कुलपति तारिक मंसूर ने इसे बेकार का मुद्दा बताया और कहा कि अगर तस्वीर से परेशानी थी तो अब तक कोई क्यों नहीं आया, जिन्ना की तस्वीर केवल यहां नहीं बॉम्बे हाई कोर्ट और साबरमती आश्रम में भी लगी है।
जिन्ना की तस्वीर पर विवाद इतना बढ़ गया कि कई छात्र संगठन और हिंदूवादी संगठन हिंसक हो उठे, विरोधियों ने विरोध दर्ज करने के लिए प्रांगण में जिन्ना का पुतला फूंका दिया था, हालात इतने बिगड़ गए थे कि इससे निपटने के लिए पुलिस बल का सहारा लेना पड़ा। पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए, साथ ही पुलिस ने छात्र नेता योगेश वार्ष्णेय और अमित गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया, इन दोनों पर हिंसा फैलाने का आरोप है। पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई के दौरान भीड़ बेकाबू होने से काफी संख्या में छात्र घायल हो गए थे।
बता दें कि इससे पहले, पार्टी से निलंबित कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपने बयान में जिन्ना को कायदे आजम कहा था, जिसके कारण कई जगहों पर उनका विरोध हुआ।
Created On :   9 May 2018 11:14 PM IST