बांग्लादेश और भारत जल्द ही जेसीसी की बैठक बुलाने के लिए सहमत
ढाका, 20 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश और भारत ने जल्द ही विदेश मंत्रियों के स्तर पर दोनों देशों के बीच संयुक्त सलाहकार आयोग (जेसीसी) की बैठक बुलाने पर सहमति जताई है। बांग्लादेश के विदेश सचिव मसूद बिन मोमन ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
मोमन ने कहा कि जेसीसी दो देशों के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करता है।
मोमन ने अपने भारतीय समकक्ष हर्षवर्धन श्रृंगला को भारत के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बनने के लिए बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने रोहिंग्या संकट के स्थायी समाधान के लिए अधिक सार्थक भूमिका निभाने के लिए यूएनएससी के सदस्य के रूप में भारत से बांग्लादेश की बड़ी अपेक्षा को भी व्यक्त किया और साथ ही म्यांमार के लिए उनके प्रारंभिक प्रत्यावर्तन के मुद्दे को भी उठाया।
मोमन ने बताया कि श्रृंगला ने बांग्लादेश और अन्य पड़ोसी देशों के साथ निकट संपर्क में रहने की इच्छा व्यक्त की है।
बांग्लादेश ने कोविड-19 महामारी की शुरूआत में भारत में फंसे बांग्लादेशी नागरिकों को निकालने की सुविधा के लिए भारत सरकार की सराहना की।
इस संदर्भ में, मोमन ने ढाका में भारतीय उच्चायोग से तत्काल पुन: वीजा जारी शुरू करने का अनुरोध किया, क्योंकि विशेष रूप से कई बांग्लादेशी रोगियों को महत्वपूर्ण और आपातकालीन चिकित्सा उपचार का लाभ उठाने के लिए भारत आने की आवश्यकता है।
इसके अलावा भारतीय पक्ष से बेनापोल-पेट्रापोल लेंड पोर्ट के माध्यम से यात्रा को फिर से शुरू करने का अनुरोध भी किया गया है, जिसे पश्चिम बंगाल सरकार ने महामारी के कारण रोक दिया था।
मोमन ने भारतीय पक्ष द्वारा प्रस्तावित एयर बबल उड़ानों की शुरुआत के माध्यम से दोनों देशों के बीच यात्रा को आसान बनाने के भारत के प्रयासों की भी सराहना की।
श्रृंगला, जो बांग्लादेश के एक संक्षिप्त दौरे पर हैं, उन्होंने भी अपने बांग्लादेश के समकक्ष मोमन से भारत की एयर बबल पहल का लाभ उठाते हुए जल्द से जल्द भारत आने का अनुरोध किया।
श्रृंगला की बांग्लादेश की संक्षिप्त यात्रा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोनों देशों के बीच मित्रता के संबंधों को और मजबूत बनाने दिशा में उठाया गया कदम है।
मोमन और श्रृंगला ने चल रहे द्विपक्षीय सहयोग के व्यापक क्षेत्रों पर भी चर्चा की, जिसमें कोविड-19 स्थिति से उत्पन्न मुद्दों पर ध्यान देने के तरीकों पर विशेष ध्यान दिया गया।
श्रृंगला ने दोहराया कि बांग्लादेश प्रधानमंत्री मोदी की पड़ोस पहले नीति के तहत भारत के लिए पहले आता है।
मोमन ने महामारी के समय चिकित्सा सहायता के लिए एक बार फिर बांग्लादेश की ओर से भारत की सराहना की।
मोमन ने कहा कि बांग्लादेश परीक्षण सहित एक कोविड-19 वैक्सीन के विकास में सहयोग करने के लिए तैयार है और यह तैयार होने पर वैक्सीन की शुरुआती सस्ती उपलब्धता के लिए भी तत्पर है।
बांग्लादेश के विदेश सचिव ने अपने भारतीय समकक्ष से अनुरोध किया कि वे बांग्लादेश के तबलीगी सदस्यों की वापसी में तेजी लाएं।
इसके साथ ही असम के धुबरी जिले में 25 बांग्लादेशी मछुआरों की जल्द रिहाई के लिए भी अनुरोध किया गया।
भारतीय पक्ष ने आश्वासन दिया कि मामले का संज्ञान लिया गया है और बांग्लादेशी नागरिक जल्द ही वापस लौट पाएंगे।
दोनों पक्षों ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ के साथ-साथ दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना का जश्न मनाने के लिए संयुक्त कार्यक्रमों के आयोजन की योजनाओं पर भी चर्चा की।
एकेके/आरएचए
Created On :   20 Aug 2020 7:30 PM IST