भीमा-कोरेगांव : प्रकाश ने कहा- PMO के इशारे पर नहीं हो रही कार्रवाई, मुंबई बंद से हुआ 88 लाख का नुकसान

Bhima-Koregaon riots: Prakash said - action not taken in pressure of PMO
भीमा-कोरेगांव : प्रकाश ने कहा- PMO के इशारे पर नहीं हो रही कार्रवाई, मुंबई बंद से हुआ 88 लाख का नुकसान
भीमा-कोरेगांव : प्रकाश ने कहा- PMO के इशारे पर नहीं हो रही कार्रवाई, मुंबई बंद से हुआ 88 लाख का नुकसान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय के कहने पर ही महाराष्ट्र सरकार भीमा-कोरेगांव के गुनाहगार हिन्दुत्ववादी संगठन के मनोहर भीडे और मिलींद एकबोटे को गिरफ्तार नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में धर्म के नाम पर राजनीति चल रही है और अगर धर्म आधारित राजनीति को बंद नहीं किया गया, तो देश में संभाजी भीडे और मिलींद एकबोटे जैसे हिंदुओं में भी कई राफिज सईद पैदा होने से कोई रोक नहीं पाएगा। सोमवार को आंबेडकर ने कहा कि 4 जनवरी को मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने उनसे मिलने गए विभिन्न सामाजिक संगठन और राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया था कि भीमा-कोरेगांव कांड के सभी दोषियों, जिनमें शिव प्रतिष्ठान के हिन्दुस्थान और हिन्दू एकता आघाडी के मिलिंद एकबोटे शामिल हैं, उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन घटना को लगभग 22 दिन से भी ज्यादा समय हो गया है। बावजूद दोनों पुलिस की पहुंच से बाहर है।

महाराष्ट्र से दिल्ली तक होगा आंदोलन
आंबेडकर ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय के इशारे पर ही राज्य सरकार संभाजी (मनोहर) भीड़े को गिरफ्तार नही कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी चर्चा राज्य के सचिवालय से सुनने मिल रही है। आंबेडकर ने कहा कि कोल्हापुर डीआईजी द्वारा राज्य सरकार को सौंपी रिपोर्ट में भीमा-कोरेगांव कांड के लिए भीड़ को उकसाने में इनका हाथ होनी की बात कहीं है। इनके खिलाफ गैर-जमानती घाराओं के तहत मामला दर्ज है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य सरकार को आदेश देना चाहिए कि वह इन दोनों को तत्काल गिरफ्तार करें। अन्यथा इन्हे शीघ्र गिरफ्तार नही किए जाने पर महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक आंदोलन छेडा जाएगा।

भीमा-कोरगांव हिंसा के बाद मुंबई बंद से हुआ 88 लाख का नुकसान
भीमा-कोरेगांव हिंसा के बाद भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर ने मुंबई समेत राज्यभर में बंद का ऐलान किया था। इस दौरान दो और तीन जनवरी को हुई तोड़फोड़ के चलते महानगर में कुल 88 लाख रुपए के नुकसान की बात सामने आई है। बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी और निजी वाहनों को निशाना बनाया था। पुलिस ने इससे जुड़ी रिपोर्ट तैयार कर ली है। अगले सप्ताह मुंबई के उपनगर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी जिसके बाद नुकसान भरपाई की कार्रवाई शुरू की जाएगी। मुंबई में दो दिन के बंद के दौरान कुल 674 वाहनों में तोड़फोड़ हुई थी।

बेस्ट की 263 बसें, एसटी की 171 बसें, पुलिस की तीन वायरलेस गाड़ियां और 240 निजी वाहनों को प्रदर्शनकारियों ने नुकसान पहुंचाया था। दरअसल 2009 के सुप्रीमकोर्ट के एक आदेश के मुताबिक बंद के दौरान होने वाली तोड़फोड़ की भरपाई बंद बुलाने वालों से करनी पड़ती है। जिलाधिकारियों को नुकसान भरपाई के लिए बंद का आयोजन करने वालों की संपत्ति जब्त करने का भी अधिकार है। मुंबई उपनगर के जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह कुशवाहा के मुताबिक पुलिस की रिपोर्ट आने के बाद वसूली के लिए खास तहसीलदार की नियुक्ति की जाएगी। 
 

Created On :   22 Jan 2018 8:50 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story