भोपाल की बेटी हिमाचल से आठवीं बार चुनाव मैदान में

Bhopal daughter Asha Kumari contest eighth times in Himachal election
भोपाल की बेटी हिमाचल से आठवीं बार चुनाव मैदान में
भोपाल की बेटी हिमाचल से आठवीं बार चुनाव मैदान में

धर्मेंद्र पैगवार/bhaskarhindi.com

भोपाल। हिमाचल प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस और मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा में कांटे का मुकाबला है। हिमाचल के चुनाव नतीजे 2019 के लिए देश की राजनीति की दिशा भी तय करेंगे। क्या आपको हिमाचल प्रदेश का मध्य प्रदेश कनेक्शन मालूम है, हिमाचल से सातवीं बार विधानसभा जाने की तैयारी कर रहीं आशा कुमारी भोपाल की बेटी हैं। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे छह बार डलहोजी से विधायक का चुनाव जीती हैं।

आशा कुमारी भोपाल में एमएलबी गर्ल्स कॉलेज की प्रिसिडेंट के बाद भोपाल यूनवर्सिटी की एक मात्र गर्ल्स प्रेसिडेंट रहीं हैं। वे सरगुजा राज परिवार की बेटी हैं। उनके पिता एमएस सिंहदेव मप्र के चीफ सेक्रेटरी थे और उनकी मां देवेंद्र कुमारी प्रदेश सरकार में तीन बार मंत्री रहीं। राजनीति उन्हें विरासत में मिली है। उनके पिता राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के एडवायजर भी रहे हैं। हिमाचल में चंबा राजपरिवार में ब्याही आशा कुमारी इस बार आठवां चुनाव लड रही हैं। उनके पास इस वक्त कांग्रेस के नेशनल जनरल सेक्रेटरी का पद है। इस जिम्मेदारी के साथ ही वे पंजाब की प्रभारी हैं। पंजाब में कांग्रेस की सत्ता में वापसी का श्रेय उन्हें भी दिया जाता है।

पूरा परिवार सार्वजनिक जीवन में 

डलहोजी से चुनाव लड़ रहीं आशा कुमारी का पूरा परिवार सार्वजनिक क्षेत्र में काम कर रहा है। माता पिता के अलावा उनके बड़े भाई इस वक्त छतीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। उनके छोटे भाई अरुणेश्वर सिंहदेव भोपाल डिवीजनल क्रिकेट एसोसिएशन के चेयरमैन और मप्र क्रिकेट एसोसिएशन के मेंबर हैं।

दो सीएम हैं रिश्तेदार

आशा कुमारी का राजनीतिक कनेक्शन सिर्फ मायके पक्ष से ही खत्म नहीं हो जाता। हिमाचल प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री वीर भद्र सिंह उनके सगे मौसा हैं। इसी तरह पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उनके रिश्तेदार हैं। कैप्टन के बेटे को वीरभद्र सिंह की बेटी ब्याही है। इस नाते कैप्टन भी उनकी कजिन के ससुर हैं।

Created On :   8 Nov 2017 3:45 PM GMT

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