#TopStory : BHU में भड़की विरोध की आग कहां जाकर बुझेगी ?

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय इन दिनों भयंकर तनाव का गढ़ बन गया है। कैंपस में "छेड़खानी" के खिलाफ मांग कर रही छात्राओं पर लाठीचार्ज के बाद से शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्राएं BHU गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। कैंपस में आगजनी और पथराव के आरोप में वाराणसी पुलिस ने करीब एक हजार अज्ञात छात्र-छात्राओं पर FIR दर्ज कर ली है।
पुलिस अधिकारियों पर भी गिरी गाज
उधर शनिवार को प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर लाठीचार्ज के आरोप में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस अधिकारियों को हटा दिया है। इस मामले में सरकार ने लंका पुलिस स्टेशन के स्टेशन ऑफिसर, भेलापुर के सर्किल ऑफिसर और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट को हटा दिया है। BHU में शनिवार रात को पुलिस ने छात्राओं के खिलाफ लाठीचार्ज किया था, साथ ही टियर गैस और रबर की गोलियों का भी इस्तेमाल किया गया था।
PMO ने भी मांगी रिपोर्ट
वहीं 3 दिन से जारी हिंसा के बाद PMO ने भी इस मामले पर अपनी नजर बनाए रखी है। BHU में भड़की हिंसा के बाद PMO ने जिला प्रशासन से इस पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी है। मामला पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र से भी जुड़ा हुआ है। इस कारण PMO इस पर नजर रखे हुआ है।
हर वक्त होती है छेड़खानी
BHU हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं का कहना है कि कैंपस में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां हमारे साथ छेड़खानी नहीं होती। यहां पढ़ने वाली छात्राओं का कहना है कि यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट से शिकायत करने के बाद भी हमारी समस्याओं को अनदेखा किया जाता है। कैंपस के अंदर लड़के बैठे रहते हैं, और आते-जाते छेड़ते रहते हैं। कुछ छात्राओं ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में इस बात का भी खुलासा किया है कि जब हम लोग कैंपस के बाहर जाते हैं, तो गेट पर एंट्री होती है, लेकिन जब लड़के अंदर आते हैं, तो उनकी एंट्री नहीं की जाती है। छात्राओं का कहना है कि लड़के पहले छेड़छाड़ करते हैं और विरोध करने पर लड़ाई-झगड़ा करते हैं।
VC ने बताया "साजिश"
BHU में तीन दिनों से जारी हिंसा को यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. गिरिश चंद्र त्रिपाठी ने साजिश बताया है। VC का कहना है कि यूनिवर्सिटी को बदनाम करने के लिए साजिश की जा रही है। VC ने बताया कि शनिवार को कैंपस में जो हिंसा हुई, उसमें बाहरी लोग शामिल थे। प्रो गिरश चंद्र त्रिपाठी का कहना है कि हॉस्टल में 25 हजार स्टूडेंट रहते हैं और हमें इस बात की खुशी है कि इस हिंसा में हमारे स्टूडेंट शामिल नहीं थे। उन्होंने कहा कि इस कैंपस में हमेशा से बाहरी लोगों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन अब हम कोशिश करेंगे कि बाहरी लोगों के आने-जाने पर रोक लगाई जाए।
राजनीति भी हुई तेज
इस पूरे मामले में अब राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधा है। इस विरोध में रविवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर समेत कई नेता पहुंचे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि थोड़ी ही देर बाद सभी नेताओं को छोड़ दिया गया। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस पर बीजेपी के निंदा करते हुए कहा कि, "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का ये बीजेपी रुप है।" इसके अलावा उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की। अखिलेश ने ट्वीट किया, "सरकार को लाठीचार्ज नहीं, बल्कि बातचीत के जरिए इस मुद्दे का समाधान करना चाहिए। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।"
Created On :   25 Sept 2017 11:20 AM IST