BHU बवाल : VC गिरीश चंद्र पर गिरी गाज, चीफ प्रॉक्टर का इस्तीफा

BHU violence: NHRC issues notice, commissioner blames admin
BHU बवाल : VC गिरीश चंद्र पर गिरी गाज, चीफ प्रॉक्टर का इस्तीफा
BHU बवाल : VC गिरीश चंद्र पर गिरी गाज, चीफ प्रॉक्टर का इस्तीफा

डिजिटल डेस्क, लखनऊ, वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्राओं पर लाठीचार्ज मामले में वाइस चांसलर गिरीश चंद्र त्रिपाठी की परेशनियां बढ़ गई हैं। रिर्पोट्स के मुताबिक उनके सारे अधिकार अग्र‍िम आदेश तक छीन लिए गए हैं। वहीं विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर ओंकारनाथ सिंह ने इस पूरे मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद  से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने इस पूरी घटना के लिए बाहरी लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। ओंकारनाथ सिंह के इस्तीफे के बाद यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर का प्रभार अब डॉ. महेंद्र सिंह संभालगे। डॉ महेंद्र अभी बीएचयू में डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर हैं।

गौरतलब है कि बनारस के कमिश्नर नितिन गोकर्ण ने अपनी रिपोर्ट में यूनिवर्सिटी प्रशासन को दोषी ठहराया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और इसमें काफी लापरवाही बरती गई है। अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन वक़्त रहते इस मामले को संभाल लेती तो इतना बड़ा बवाल नहीं होता। रिपोर्ट में 12 लोगों के बयान लिए गए हैं। घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं और सरकार को रिपोर्ट सौंप दी गई है।

मीडिया से वीसी के बेतुकी बयानबाजी
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के वीसी गिरीश चन्द्र त्रिपाठी लगातार इस मामले पर मीडिया से बात कर रहे हैं। लेकिन इस बीच उनके कई बयान गैर-जिम्मेदाराना निकले। एक चैनल से बात करते हुए वीसी ने कहा, "छेड़खानी की घटना केवल (बीएचयू) में नहीं हो रही है, ये तो पूरे देश के यूनिवर्सिटी में हो रही है।" वीसी के जवाब के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर छीछालेदर हो रही है। 

जब एक टीवी चैनल ने उनसे सवाल किया कि, पुलिस अब तक आरोपियों को क्यों नहीं पकड़ पाई, तो वीसी का कहना था, पुलिस तो राम रहीम की शिष्या हनीप्रीत को भी नहीं पकड़ पा रही है। छेड़छाड़ के आरोपी को पकड़ना आसान नहीं है। वीसी के मुताबिक बीएचयू की घटना प्रायोजित थी, पीएम के दौरे से एक दिन पहले जान-बूझकर इस तरह की घटना करवाई गई। वीसी ने कई ऐसे बयान मीडिया को दिए जिससे अब वो खुद अपने बयानों पर पछता रहे हैं। हम आपको वीसी द्वारा दिए गए कुछ बयान यहां पढवाते हैं। 

  • यह काफी बड़ा परिसर है, कहीं भी कुछ भी हो सकता है। हम हर छात्रा को गार्ड नहीं दे सकते।
  • अगर हम हर लड़की की हर मांग को सुनने लगें तो हम विश्वविद्यालय नहीं चला पाएंगे।
  • यदि लड़कियों पर फोर्स का इस्तेमाल किया गया, तो मुझे कोई जानकारी नहीं है।
  • यह काफी बड़ा परिसर है, कहीं भी कुछ भी हो सकता है। हम हर छात्रा को गार्ड नहीं दे सकते।

बीएचयू में पढने वाली छात्राओं ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को ये चार प्रमुख परेशानियां बताई थीं

  • आए दिन रास्ते में छेड़छाड़ की घटनाएं होती रहती हैं।
  • लड़के हॉस्टल के बाहर आकर आपत्ति‍जनक हरकतें करते हैं।
  • हॉस्टल से आने-जाने का रास्ता सेफ नहीं है। रात में सिक्युरिटी गार्ड्स की तैनाती की जाए।
  • इंटरनेशल स्टूडेंट्स के साथ भी छेड़छाड़ होती रहती है।

 

Created On :   26 Sept 2017 6:17 PM IST

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