दो दिन पहले भारत आए चीतों के खाने पर विवाद, बीजेपी नेता ने ही कूनो में चीतलों को भेजने पर उठाया सवाल, पीएम मोदी को लिखा पत्र
- बिश्नोई समाज की भावनाओं को किया आहत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में दक्षिण अफ्रीका के नामीबिया से आए चीतों को परोसे जाने वाले भोजन का मामला का तूल पकड़ता जा रहा है। चीतों के भोजन के लिए छोड़े गए चीतल हिरण को लेकर बिश्नोई समाज ने विरोध करना शुरू कर दिया है।
बिश्नोई समाज ने पीएम को लिख पत्र में लिखा गया हैं कि बिश्नोई समाज अपने आराध्य गुरू जम्भेश्वर भगवान के बताए सिद्धांतों पर चलते हुए पिछली पांच शताब्दियों से पर्यावरण , प्रकृति और वन्य जीवों की रक्षा कर रहा है। हम विश्व के एकमात्र ऐसा समाज हैं, जो वृक्षों और वन्य जीवों की रक्षा कर रहा है। हम विश्व के एकमात्र ऐसा समाज हैं, जो वृक्षों और वन्य जीवों के लिए बलिदान देते आए हैं। हमारे 363 शहीदों का उदाहरण सबके सामने है।
बिश्नोई समाज की भावनाओं से जुड़ा है चीतल
आपको बता दें कुछ समय पहले ही हरियाणा के गैर जाट नेता कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा देकर हाल ही में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। बिश्नोई ने मध्यप्रदेश के श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क में पीएम मोदी के जन्मदिन पर आए चीतों को लेकर हरियाणा बीजेपी के नेता कुलदीप बिश्नोई ने सरकार की आलोचना करना शुरू कर दिया है। विश्नोई ने ट्विटर किया कि चीतों के भोजन के लिए चीतल व हिरण भेजने की सूचनाएं आ रही हैं, जो अति निंदनीय है। बीजेपी नेता ने केंद्र की मोदी सरकार से अनुरोध किया कि राजस्थान में विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे हिरणों की प्रजाति और बिश्नोई समाज की भावनाओं को देखते हुए इस मामले की जांच करवाई जाए और अगर ऐसा है तो तुरंत इस पर रोक लगाई जाए।
बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया ने भी पीएम मोदी को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है। महासभा की ओर लिखे पत्र में कहा गया है कि आपके नेतृत्व में लाए गए 8 चीतों को भारत के वनों में विलुप्त प्रजाति को पुनर्स्थापित करने के लिए छोड़ा है। चीतों के भोजन के लिए मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ स्थित चिड़ीखो अभ्यारण्य से कूनो नेशनल पार्क में करीब 181 चीतल लाए गए। भोजन के लिए जो चीतल, हिरण छोड़े गए है। उनसे बिश्नोई समाज बहुत आहत है। क्योंकि वो हमारे आराध्य है।
Created On :   19 Sept 2022 3:57 PM IST