सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी बाद भाजपा ने चीन से संबंधों को लेकर कांग्रेस को घेरा
नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस पार्टी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच हुए समझौते के मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
शीर्ष अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि कोई राजनीतिक दल चीन के साथ कैसे समझौता कर सकता है?
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, कांग्रेस पार्टी चीन में जाकर समझौते पर हस्ताक्षर करती है और पार्टी कहती है कि सभी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों का आदान-प्रदान किया जाएगा। वास्तव में यह आश्चर्यजनक है।
प्रधान न्यायाधीश एस. ए. बोबडे की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि उन्होंने कभी भी किसी विदेशी सरकार को किसी दूसरे देश के राजनीतिक दल के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के बारे में नहीं सुना। शीर्ष अदालत की इसी टिप्पणी पर भाजपा ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उसे सवालों के घेरे में ले लिया है।
शीर्ष अदालत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के बीच 2008 में हुए समझौते की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए)/सीबीआई जांच कराने संबंधी एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
हालांकि शीर्ष अदालत ने जनहित याचिता पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया, लेकिन अदालत द्वारा की गई टिप्पणी को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोलने का मौका नहीं छोड़ा।
पात्रा ने कहा, बीजिंग में ओलंपिक के बाद यह सौदा हुआ था। हालांकि भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री इसमें शामिल नहीं हुए थे, लेकिन सोनिया गांधी एक वीवीआईपी के रूप में वहां गई थीं।
पात्रा ने डोकलाम गतिरोध के दौरान चीनी राजदूत के साथ राहुल गांधी की विवादास्पद मुलाकात की भी आलोचना की।
Created On :   7 Aug 2020 10:31 PM IST