बीजेपी का अल्पसंख्यक सम्मेलन, पश्चिम बंगाल में पैर मजबूत करने की कोशिश

BJP organizing a big conference of minority community in Ali Park
बीजेपी का अल्पसंख्यक सम्मेलन, पश्चिम बंगाल में पैर मजबूत करने की कोशिश
बीजेपी का अल्पसंख्यक सम्मेलन, पश्चिम बंगाल में पैर मजबूत करने की कोशिश

डिजिटल डेस्क, कोलकाता।  बीजेपी कोलकाता के मो. अली पार्क में आज अल्‍पसंख्‍यक समुदाय को लेकर बड़ा सम्‍मेलन आयोजित कर  रही है। इस सम्मेलन को मिशन 2019 की कवायद के साथ-साथ पंचायत चुनाव की तैयारी माना जा रहा है। जहां टीएमसी पंडितों पर फोकस कर रही है तो वहीं  बीजेपी अल्पसंख्यकों के जिरए पश्चिम बंगाल में अपने पैर जमाना चाहती है। सम्‍मेलन को केंद्रीय अल्‍पसंख्‍यक प्रकोष्‍ठ के अध्‍यक्ष अब्‍दुल राशिद अंसारी के साथ ही पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष और वरिष्‍ठ नेता मुकुल रॉय संबोधित करेंगे। बीजेपी ने तृणमूल को पंचायत चुनावों में टक्कर देने के लिए ज्‍यादा से ज्‍यादा मुस्लिम उम्‍मीदवारों को मैदान में उतारने की योजना बनाई है।

 

30 फीसदी मुस्लिम आबादी
 
पश्चिम बंगाल की राजनीति में अल्पसंख्यकों की खासी महत्वपूर्ण भूमिका है। यहां पर करीब 30 फीसदी मुस्लिम आबादी है। अगर बीजेपी इस आबादी के वोटबैंक का कुछ प्रतिशत भी अपने ओर लाने में कामयाब हो जाती है तो फिर बीजेपी के लिए यहां पर पांव जमाना थोड़ा आसान हो जाएगा।  बीजेपी ने महसूस किया है कि वह 30 फीसदी मजबूत मुस्लिम वोटों को लुभाए बिना बंगाल नहीं जीत सकती यहीं वजह है कि नवंबर में किए गए मुस्लिम सम्मेलने के बाद दो महीने के भीतर ही दूसरा सम्मेलने किया जा रहा है।

 


मुसलमान भिखारी की जिंदगी जीने को मजबूर

बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अब्‍दुल राशिद अंसारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मुसलमानों के मतों के सहारे कांग्रेस और लेफ्ट ने राज किया और अब टीएमसी सत्ता में है। इसके बावजूद राज्य में मुस्लिमों की हालत देखिए, वो भिखारी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। बंगाल में मुस्लिमों की हालत बहुत खराब है, वो बेरोजगारी और गरीबी में जीने को मजबूर हैं। बीजेपी सिर्फ नारेबाजी नहीं करती है बल्कि सबका साथ और सबका विकास के मूल मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है। बंगाल में मुस्लिमों के दिल में बीजेपी ने जगह बनाई है, इससे लेफ्ट से लेकर ममता बनर्जी तक के दिल में घबराहट महसूस हो रही है, इसीलिए वो बेचैन हैं।

 


बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे मुसलमान

वहीं पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और टीएमसी नेता सदन पांडे ने कहा कि मुसलमान कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे, क्योंकि उन्हें पता है कि प्रधानमंत्री खुद आरएसएस स्वयंसेवक हैं और उनका एकमात्र एजेंडा देश को धार्मिक और जाति रेखा पर विभाजित करना है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए काम करती हैं, न कि धार्मिक रेखा पर।

 


टीएमसी का पंडित कार्ड

तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिले के अध्यक्ष अनुब्रता मंडल ने सोमवार को हिंदू पुजारियों को सम्मानित करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया था।  यह बीजेपी के उस बयान का जबाव माना जा रहा है, जिसमें वह कथित तौर पर टीएमसी को मुस्लिमों का पक्ष लेने वाली पार्टी बताती रही है। बीरभूम के टीएमसी कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि मंडल जिले और उसके आसपास के करीब 12 हजार पुजारियों को एक मंच पर साथ लेकर आए। बीरभूम जिले में बीजेपी का वोट शेयर बढ़ रहा है। 2014 के आम चुनावों में पार्टी उम्मीदवार जॉय बनर्जी को पिछले पांच वर्षों के 4.62 प्रतिशत की तुलना में 18.47 प्रतिशत वोट मिले थे।
 

Created On :   11 Jan 2018 11:05 AM IST

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