भाजपा जीत का जश्न मना रही है, तो पूरा देश लोकतंत्र का मातम : राहुल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी सभी संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा जमाती जा रही है। वह कर्नाटक में बगैर बहुमत के सरकार बनाना चाहती है और राज्यपाल उसकी इस कोशिश में मदद कर रहे हैं। देश में जिस तरह संवैधानिक संस्थाओं का मजाक उड़ाया जा रहा है, ऐसा पहले कभी नहीं किया गया। भाजपा लोकतंत्र का मजाक उड़ा रही है। कर्नाटक चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आज जब भाजपा अपनी खोखली जीत का जश्न मना रही है, तो पूरा देश लोकतंत्र का मातम मना रहा है।
शायद ये पहली बार लोकतांत्रिक देश में हुआ है। डिक्टेटरशिप में ज़रुर होता है - पाकिस्तान में हुआ, अफ्रीका के अलग-अलग देशों में हुआ। जनरल आ जाता है और प्रेस को, कोर्ट को दबा देता है। मगर हिन्दुस्तान में 70 साल में पहली बार हुआ है।: कांग्रेस अध्यक्ष @RahulGandhi #बदलेगा_छत्तीसगढ़ pic.twitter.com/ri3uJxNiCX
— Congress (@INCIndia) May 17, 2018
खंडित जनादेश, फिर भी सरकार बनाना चाहती है भाजपा
कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर चली लंबी खींचतान के बाद येदियुरप्पा कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर संविधान का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि ‘बीजेपी संविधान का मजाक उड़ा रही है, वो कर्नाटक में बगैर बहुमत के सरकार बनानी चाहती है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा को जनादेश नहीं मिला है। खंडित जनादेश की स्थिति में वह बिना कोई जोड़तोड़ किए सरकार नहीं बना सकती। इसके बाद भी राज्यपाल उसे न केवल सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं, बल्कि उसे विधायकों की खरीदफरोख्त के लिए 15 दिन का लंबा समय भी देते हैं। भाजपा देश में नई राजनीतिक मूल्य परंपरा स्थापित करना चाहती है, जो अराजकता पर आधारित है।
चिदंबरम ने येदियुरप्पा को दी नसीहत
इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कर्नाटक के नये मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को नसीहत दी है। पी चिंदबरम ने ट्वीट कर कहा कि ‘ गवर्नर को दिये गये ख़त में येदियुरप्पा की किस्मत बंद है। उस पत्र में 104 से ज्यादा विधायकों की संख्या का कोई जिक्र नहीं है। एक और ट्वीट में पी चिंदबरम ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट को सलाम करता हूं। अगर मैं येदियुरप्पा होता तो मैं शु्क्रवार की सुबह 10.30 बजे से पहले शपथ नहीं लेता। राज्यपाल वाजूभाई वाला ने जैसे ही बीएस येदियुरप्पा को सीएम पद की शपथ दिलाई, कांग्रेस नेताओं ने इस शपथ समारोह का जबरदस्त विरोध किया है। गुलाब नबी आजाद समेत कई कांग्रेसी नेताओं और कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीते हुए विधायकों ने कर्नाटक विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया।
राज्यपाल का आदेश असंवैधानिक : जेठमलानी
वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने कर्नाटक में भाजपा को सरकार बनाने का आमंत्रण देने के राज्यपाल के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया है। उन्होंने राज्यपाल के फैसले को ‘‘संवैधानिक शक्ति का घोर दुरुपयोग’’ बताया। राम जेठमलानी ने कहा, “राज्यपाल का आदेश संवैाधानिक शक्तियों का घोर दुरुपयोग है, इससे वह जिस पर विराजमान हैं उसकी मर्यादा को ठेस पहुंची है।” उन्होंने कहा कि वह किसी पार्टी के समर्थन या विरोध में सुप्रीम कोर्ट नहीं आए हैं। बल्कि राज्यपाल ने जिस तरह से फैसला लिया है उससे वह आहत हुए हैं।
प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व वाली पीठ ने तत्काल सुनवाई के लिए दायर की गई जेठमलानी की याचिका पर विचार किया और कहा कि आज तड़के मामले की सुनवाई करने वाली तीन सदस्यीय विशेष पीठ कल (18 मई) इस पर सुनवाई करेगी। न्यायमूर्ति ए एम खानविल्कर और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता से कहा कि वह न्यायमूर्ति ए के सीकरी की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय पीठ के समक्ष 18 मई को अपनी याचिका दायर करें जब कांग्रेस पार्टी और जनता दल ( सेक्यूलर ) की याचिकाओं पर सुनवाई होगी।
Created On :   17 May 2018 2:55 PM IST