Blue Whale game : बच्चों के हाथों में चौंकाने वाले निशान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में अपना खौफ पैदा कर चुका ब्लू व्हेल गेम अब भारत में तेज़ी से फैलता जा रहा है। पिछले 1 महीने के अंदर ही इससे जुड़े कईं मामले देखने को मिले हैं। ताजा कड़ी में छत्तीसगढ़ में 36 बच्चों के ब्लू व्हेल गेम के शिकार होने की बात सामने आई है। इसके साथ ही असम में 1 बच्चे ने इस गेम के आगोश में आकर इमारत से छलांग लगाने की कोशिश की। एमपी के होशंगाबाद में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है।
छत्तीसगढ़ : 30 बच्चों के हाथों में चौंकाने वाले निशान
ब्लू व्हेल गेम अपना खतरनाक खौफ छत्तीसगढ़ के कई बड़े शहरों में भी फैला चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को पुलिस ने बालोद के स्कूल में 6 स्टूडेंट्स को ब्लू व्हेल गेम खेलते हुए पकड़ा। वहीं दंतेवाड़ा के स्कूल प्रिंसिपल ने आला अफसरों को लिखे एक लेटर में बताया कि यहां 30 स्टूडेंट्स के कलाई पर कट के निशान मिले हैं।
असम : टॉप फ्लोर से कूदकर आत्महत्या की कोशिश
ब्लू व्हेल गेम असम में भी दस्तक दे चुका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यहां कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्र ने एक इमारत के टॉप फ्लोर से कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की। यह छात्र सेकंड ईयर में पढ़ता है और आत्महत्या की कोशिश के पीछे कथित रूप से "ब्लू व्हेल चैलेंज" ही वजह है। फिलहाल छात्र को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर है।
होशंगाबाद : घर से भागने का टास्क
होशंगाबाद से भी ब्लू व्हेल गेम को लेकर एक मामला सामने आया। दरअसल आगरा के आर्मी स्कूल में पढ़ने वाली 14 वर्षीय दो छात्राओं को ब्लू व्हेल गेम में घर से भागने का टास्क मिला तो वे आगरा से पंजाब मेल में बैठ गईं, लेकिन जब उन्हें अपने इस गलती का एहसास हुआ, तब जाकर उन्होंने होशंगाबाद में ट्रेन से उतरीं और अपने घरवालों को फोन कर जानकारी दी।
क्या है ब्लू व्हेल गेम
यह एक ऑनलाइन खेला जाने वाला गेम है, जिसमें खिलाड़ी को 50 दिन के लिए 50 टास्क दिए जाते हैं। इसमें पहला टास्क सुबह चार बजकर बीस मिनट पर उठना होता है। इसके बाद हर दिन प्लेयर को नए व कठिन टास्क दिए जाते हैं। इन 50 दिनों के टास्क में कई तरह के चैलेंज शामिल है जिसमें अपने शरीर को नुकसान पहुंचाना, डरावनी फिल्में देखना, डरावने साउंड सुनना, दोस्तों से नफरत करना, अकेले रहना जैसी चीजे शामिल है। इस टास्क का आखिरी पढ़ाव आत्महत्या होता है, जो कि 50वें दिन पर पूरा करना होता है।
बता दें कि इस गेम को जो भी ट्राय करने की कोशिश करता है वह इस गेम में फंस जाता है। इस गेम से बचकर निकलना नामुमकिन सा है। इसमें प्लेयर को इतना डरा धमका दिया जाता है और उसकी सारी पर्सनल चीजों की जानकारी होने की बात की जाती है जिससे गेम खेलने वाले को अगला टास्क पूरा करना ही होता है और गेम के एडमिन को रिपोर्ट भी भेजना होता है।
Created On :   15 Sept 2017 9:10 PM IST