#TopStory : 'दोस्त' जापान की मदद से रखी गई बुलेट ट्रेन की नींव

Bullet Train Project Begins Today Cost 1.08 Lakh Crores
#TopStory : 'दोस्त' जापान की मदद से रखी गई बुलेट ट्रेन की नींव
#TopStory : 'दोस्त' जापान की मदद से रखी गई बुलेट ट्रेन की नींव


डिजिटल डेस्क,अहमदाबाद। आज का दिन भारतीयों के लिए यादगार बन गया। भारत में पहली हाई स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट की आधारशिला पीएम नरेंद्र मोदी और जापानी पीएम शिंजो आबे ने रखी। अगले 5 साल यानी 2022 तक इस परियोजना को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इस मौके पर मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि बुलेट ट्रेन एक तरह से "मुफ्त" में भारत को मिल रही है। मोदी ने इसके लिए खास तौर पर जापानी पीएम शिंजो आबे को शुक्रिया कहा। मोदी ने बताया कि आबे ने निजी दिलचस्पी लेकर इस प्रॉजेक्ट को हकीकत में तब्दील करने में मदद की। 

गुजराती रखते हैं एक-एक पैसे का हिसाब
मोदी ने कहा कि जब भी कोई चीज खरीदने जाते हैं तो हम गुजराती एक-एक पैसे का हिसाब लगाते हैं। कोई बाइक भी लेने जाते हैं तो बैंक से लोन लेते हैं तो ब्याज से लेकर लोन की अवधि तक सब कुछ बारीकी से देखते हैं। कोई आधा पर्सेंट ब्याज भी खत्म कर दे तो बहुत खुश होते हैं। लेकिन कल्पना कीजिए किसी को ऐसा दोस्त मिल सकता है क्या जैसा भारत को जापान और शिंजो आबे के रूप में मिला। कोई यह कहे कि बिना ब्याज के लोन ले लो, अभी जल्दी नहीं है 50 साल में चुकाना, तो सोचो कैसा लगा होगा। शिंजो आबे ने बुलेट ट्रेन के लिए 88 हजार करोड़ रुपये 0.1 प्रतिशत ब्याज दर से देने का फैसला किया है।

विरोधियों पर कसा तंज
मोदी ने कहा कि जब उन्होंने बुलेट ट्रेन की बात की तो लोग पूछते थे कि मोदी बुलेट ट्रेन कब लाएंगे। अब जब लाना शुरू किया तो लोग पूछ रहे हैं कि क्यों लाएंगे। पीएम ने कहा कि बुलेट ट्रेन जापान की ओर से भारत को दी गई एक बहुत बड़ी सौगात है। 

आबे का बहुत-बहुत धन्यवाद
पीएम ने कहा कि कोई भी देश आधे अधूरे संकल्पों और सपनों के साथ आगे नहीं बढ़ सकता। मोदी के मुताबिक, बुलेट ट्रेन ऐसा प्रॉजेक्ट है जो तेज गति, तेज प्रगति, तेज टेक्नॉलजी के माध्यम से तेज परिणाम लाने वाला है। इसमें सुविधा भी है सुरक्षा भी है। यह रोजगार भी लाएगा, रफ्तार भी लाएगा। यह ह्यूमन फ्रेंडली भी है, इको फ्रेंडली भी है। अपने संबोधन में मोदी ने जापान और शिंजो आबे को बार-बार धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि एक अच्छा दोस्त समय और सीमा के बंधनों से परे होता है। मोदी ने कहा कि जापान ने दिखा दिया है कि वह भारत का कितना मजबूत दोस्त है। यही नहीं भारत का पहला हाई स्पीड रेल प्रॉजेक्ट दोनों देशों के बीच मजबूत होते रिश्तों का भी प्रतीक है। 

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने यह कहा अपने भाषण में
1.जापान के प्रधानमंत्री ने शिंजो आबे ने अपने भाषण की शुरूआत हिन्दी में नमस्कार बोल कर की। 
2.शिंजो ने कहा, आज का दिन एक ऐतिहासिक दिन है
3.शिंजो आबे ने कहा कि मुझे गुजरात बहुत पसंद है। 
4.शिंजो आबे ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि जापान का ज और इंडिया के आई मिल जाए तो जेई बनता है जिसका मतलब है जय।
5.मेरे मित्र पीएम मोदी एक दूरदर्शी नेता हैं।
6.जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि भारत-जापान की भागीदारी विशिष्ट, रणनीतिक और वैश्विक हैं।
7.शिंजो आबे ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि जब कुछ साल बाद फिर से यहां आऊंगा तब बुलेट ट्रेन की खिड़कियों से भारत के सुंदर दृश्यों का आनंद उठाऊंगा। 
8.शिंजो आबे ने अपने भाषण का अंत हिन्दी में "धन्यवाद" के साथ किया।
 

देश की पहली बुलेट ट्रेन होगी

गुरुवार सुबह 10 बजे पीएम मोदी और शिंजो आबे ने साबरमती रेलवे स्टेशन के पास एथलेटिक स्टेडियम में 1.08 लाख करोड़ की लागत वाले महत्वाकांक्षी अहमदाबाद-मुंबई हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया। इसके बाद गांधीनगर में 12वां एनुअल द्विपक्षीय समिट आयोजित किया जाएगा। इसमें दोनों देशों के बीच बहुत से समझौते होने की उम्मीद है। यह मोदी और आबे के बीच चौथा एनुअल समिट होगा। रूस के अलावा जापान एकमात्र ऐसा देश है। जिसके साथ भारत की सालाना समिट करने की व्यवस्था है। मोदी और आबे इंडिया-जापान बिजनस लीडर्स फोरम में भी हिस्सा लेंगे।

508 किमी की दूरी 3 घंटे में होगी तय
मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली यह देश की पहली बुलेट ट्रेन है। जो 508 किमी की दूरी 3 घंटे में तय कर लेगी। मौजूदा समय में यह दूरी तय करने में 7 से 8 घंटे का समय लगता है। ट्रेन की रफ्तार 320 किमी/घंटे के करीब होगी। इसके शुरू होने से मेक इन इंडिया को और ताकत मिलेगी, क्योंकि भारत में इसके उपकरण और कोच बनेंगे। 

बुलेट ट्रेन की खास बात
1.बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की कुल लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये की है। इसके लिए 88 हजार करोड़ रुपये जापान सरकार कर्ज के रूप में देगी। यह कर्ज 0.1% के रेट पर मिलेगा। इसे 50 साल में चुकाना होगा।

2.इस परियोजना के शुरू होने से संगठित क्षेत्र में 24 हजार रोजगार पैदा होंगे। 24 ट्रेनें जापान से यहां आएंगी, और बाकी ट्रेनें भारत में ही बनेंगी।

3.इसके शुरू होने से मेक इन इंडिया को और ताक़त मिलेगी क्योंकि भारत में इसके उपकरण और कोच बनेंगे। टेक्नोलॉजी का ट्रांसफर भी होगा साथ ही कॉरिडोर के किनारे औद्योगिक विकास होगा। जिससे दूसरे हाइस्पीड प्रोजेक्ट को मदद मिलेगी।

4.पहली बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलेगी। यह ट्रेन 508 किमी का फासला 3 घंटे में तय करेगी। मौजूदा समय में यह दूरी तय करने में 7 से 8 घंटे का समय लगता है। ट्रेन की रफ्तार 320 किमी/घंटे के करीब होगी।

5.बुलेट ट्रेन बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स से शुरू होकर ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलीमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आणंद, अहमदाबाद के रास्ते साबरमती पहुंचेगी। इनमें से इनमें से बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स, ठाणे, विरार और बोईसर ही महाराष्ट्र में हैं बाकी गुजरात में।

6.ठाणे और वसई के बीच 7 किमी समंदर के नीचे दौड़ेगी ट्रेन। 

पहले दिन शिंजो का जोरदार स्वागत

बुधवार को शिंजो आबे के अहमदाबाद पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। पीएम नरेंद्र मोदी के साथ उन्होंने अहमदाबाद में रोड शो भी किया। 

Created On :   14 Sep 2017 3:00 AM GMT

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